गौतम गंभीर ने विराट कोहली की कप्तानी को लेकर कही बड़ी बात, रोहित की जमकर तारीफ
पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि पिछले विश्वकप में विराट कोहली ने अच्छी कप्तानी की, लेकिन उन्हें इस मामले में अभी लंबा सफर तय करना है।
New Delhi, Sep 22 : क्रिकेटर से राजनेता बनें टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने एक बार फिर से विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल खड़े किये हैं, उन्होने विराट की कप्तानी पर तंज कसते हुए कहा कि टीम में धोनी और रोहित शर्मा की मौजूदगी की वजह से विराट की कप्तानी में ज्यादा असर नजर आता है, उन्होने साथ ही ये भी कहा कि आपकी कप्तानी की असली परीक्षा तभी होती है, जब आप किसी फ्रेंचाइजी की अगुवाई करते हैं, जहां आपके सहयोग के लिये दूसरे अनुभवी खिलाड़ी नहीं होते, गौती ने एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में ये बातें कही।
गौती ने क्या कहा
पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि पिछले विश्वकप में विराट कोहली ने अच्छी कप्तानी की, लेकिन उन्हें इस मामले में अभी लंबा सफर तय करना है, वो अंतरराष्ट्रीय मैचों में अच्छी कप्तानी कर रहे हैं, लेकिन ऐसा इसलिये है, क्योंकि उनके पास रोहित और धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी है, कप्तानी की असली परख तब होती है, जब आप एक फ्रेंचाइजी की अगुवाई करते हैं, क्योंकि तब आपके पास सहयोग के लिये अन्य अनुभवी खिलाड़ी नहीं होते।
आरसीबी के नतीजे देखिये
गौतम गंभीर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैंने हमेशा ईमानदारी से ये बात कही है, जरा आप देखिये, कि रोहित ने मुंबई इंडियंस और धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स के लिये क्या हासिल किया है, वहीं उनकी तुलना में विराट ने आरसीबी को क्या दिलाया है, टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा से ओपनिंग कराने की पैरवी करते हुए गंभीर ने कहा कि केएल राहुल को काफी मौके मिल चुके हैं, अब समय आ गया है, कि रोहित को अंतिम एकादश में शामिल कर उनसे ओपनिंग कराई जाए।
2007 विश्वकप में नहीं चुने जाने से निराश
2007 आईसीसी विश्वकप को याद करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि टीम इंडिया के लिये वेस्टइंडीज में विश्वकप काफी हताशा भरा था, टीम ग्रुप चरण से ही बाहर हो गई थी, हालांकि टीम ने उसी साल धोनी की अगुवाई में टी-20 विश्वकप अपने नाम किया था, इस टूर्नामेंट में गंभीर ने सबसे ज्यादा रन बनाये थे, उन्होने कहा कि 2007 आईसीसी विश्वकप में जगह नहीं मिलने से मै निराश था, मुझे लगा था कि मौका मिलेगा, लेकिन इसके बाद टी-20 विश्वकप में मुझे चुना गया, पहले ही मैच में मैं पाक के खिलाफ बिना खाता खोले आउट हो गया, लेकिन इसके बाद में टूर्नामेंट के अंत में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज रहा।
शेन वॉर्न का सामना करना चाहते थे गौती
गौती ने खुलासा करते हुए कहा कि मैं इंटरनेशनल क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न का सामना करना चाहता था, मैंने आईपीएल में तो उनका कई बार सामना किया, लेकिन ये इतना मुश्किल नहीं था, मेरी दिली इच्छा थी कि काश मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वॉर्न का सामना कर सकता।