28 सितंबर को शनि अमावस्या, 20 साल बाद बन रहा है बहुत ही शुभ संयोग, गलती से भी ये काम ना करें
13 सितंबर से शुरू हुए पितृपक्ष इस बार अद्भुत संयोग के साथ खत्म हो रहे हैं । 28 सितंबर को इनका समापन होगा और साथ में शनि अमावस्या का भी शुभ योग बन रहा है । जानें इस दिन के खास उपाय ।
New Delhi, Sep 23: पितृपक्ष की शुरुआत 13 सितंबर से हो गई थी और अब ये 28 सितंबर को समाप्ति की ओर हैं । इस काल में पितरों के श्राद्ध आदि का प्रावधान है । उन पूर्वजों को याद करने का समय है जो हमें छोड़कर चले गए, या अब इस दुनिया में ही नहीं हैं । इन दिनों में सभी अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। खास बात ये है कि इस बार पितृपक्ष जो कि शनिवार को समाप्त हो रहे हैं, उस दिन शनि अमावस्या का शुभ संयोग बन रहा हैं ।
20 साल बाद बन रहा है ये योग
पितृ पक्ष में शनि अमावस्या का ये खास संयोग 20 साल बाद बन रहा है । इस शुभ संयोग में 28सितंबर का महत्व और बढ़ जाता है । जानें इस दौरान वो कौन से उपाय हैं जिन्हें करने से आपको लाभ ही लाभ होगा । और आपको आपके पितरों के साथ शनिदेव का भी आशीर्वाद मिलेगा । इस खास दिन पर कुछ खास उपायों को जरूर करने की सलाह दी जाती है ।
शनि अमावस्या के उपाय
पितृपक्ष की इस अमावस्या पर पीपल के पेड़ की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पितृ श्राद्ध पक्ष के दौरान पीपल के पेड़ पर अपना घर बनाते हैं । श्राद्ध के अंतिम दिन पीपल के पत्तों पर जल और पांच तरह की मिठाइयां रखनी चाहिए। इस दिन चींटी, गाय,कौआ, कुत्ता को भोजन खिलाना चाहिए। ऐसा करने से पितरगण तृप्त होते हैं, और शांति पूर्वक परलोक वापस जाते हैं।
गरीबों- असहायों की मदद करें
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए गरीबों, असहायों की सेवा करें । इससे भगवान शनि प्रसन्न होते हैं । साथ ही पितरों के साथ उनका भी आशीर्वाद मिलेगा । पितृपक्ष अमावस्या और शनि अमावस्या के संयोग पर काले तिल, उड़द, गुड़, जूता, वस्त्र, जौ, आदि का दान पितरों को याद करते हुए किसी जरूरतमंद या गरीब को करें।