हो गया बीजेपी-शिवसेना में सीटों का बंटवारा, बेटे के लिये इस पद की शर्त पर मान गये उद्धव ठाकरे

पिछले विधानसभा चुनाव में शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ी थी, जिसमें शिवसेना को 63 और बीजेपी को 123 सीटें मिली थी।

New Delhi, Sep 27 : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिये बीजेपी और शिवसेना में सीटों का समझौता होता दिख रहा है, शिवसेना ने उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को डिप्टी सीएम बनाने की शर्त बीजेपी के सामने रखी है, सूत्रों का दावा है कि समझौते के तहत बीजेपी 144 और शिवसेना 126 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसके अलावा 18 सीटें गठबंधन के अन्य साथियों को दिया जाएगा, वहीं सरकार बनने पर सीएम पद बीजेपी के पास और डिप्टी सीएम पद शिवसेना के पास होगा।

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औपचारिक ऐलान
सूत्रों का दावा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना के बीच अगले दो-तीन दिनों में गठबंधन का ऐलान संभव है, अब तक बराबर सीटों पर लड़ने के लिये ताल ठोंक रही शिवसेना बीजेपी से कम सीटों पर लड़ने को तैयार हो गई है, गुरुवार को बीजेपी मुख्यालय में महाराष्ट्र कोर कमेटी की करीब 8 घंटे बैठक चली, जिसमें गठबंधन, सीटों के संभावित प्रत्याशी और प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में चर्चा हुई।

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29 से पहले गठबंधन का ऐलान
सूत्रों का कहना है कि इसी महीने 29 तारीख से पहले ही गठबंधन का औपचारिक ऐलान कर दिया जाएगा, शिवसेना सूत्रों के अनुसार वो 126 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं, शिवसेना की ओर से आदित्य ठाकरे को डिप्टी सीएम बनाने की भी शर्त रखी गई है, बीजेपी 144 सीटों पर ताल ठोकेंगी, तो 18 सीटें गठबंधन के छोटे साथियों को दिया जाएगा।

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इसके बाद शिवसेना की बेचैनी बढी
वैसे शिवसेना शुरुआत से ही बराबर सीटों पर लड़ने पर अड़ी हुई थी, तब पार्टी का कहना था कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिये जब गठबंधन हुआ था, तभी विधानसभा चुनाव में भी बराबर सीटों पर लड़ने की बात कही गई थी, लेकिन अब बीजेपी ने साफ कर दिया, कि वर्तमान परिस्थिति में ऐसा मुमकिन नहीं है, जिसके बाद शिवसेना की बेचैनी बढ गई थी।

2014 चुनाव परिणाम
आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ी थी, जिसमें शिवसेना को 63 और बीजेपी को 123 सीटें मिली थी, कोई भी दल पूर्ण बहुमत तक नहीं पहुंच पाया था, जिसके बाद फिर मजबूरी में शिवसेना को गठबंधन करना पड़ा, कभी महाराष्ट्र में अपनी जड़े जमाने के लिये बीजेपी ने शिवसेना का हाथ थामा था, लेकिन बदलते दौर में अब बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में आ गई है।