महाराष्ट्र की सियासत में भूकंप, इस्तीफा देने के बाद फूट-फूट कर रोये अजित पवार, चाचा की हो रही बदनामी

अजित पवार ने कहा बैंक में सिर्फ 11 हजार करोड़ की ही सेविंग है, ऐसे में 25 हजार करोड़ का घोटाला होता, तो क्या बैंक को अब पता चलता।

New Delhi, Sep 29 : एनसीपी नेता अजित पवार ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, जिसमें वो भावुक होकर रो पड़े, उन्होने कहा कि इस उम्र में शरद पवार को मेरी वजह से परेशान किया जा रहा है, मैं इन सभी बातों से आहत हूं, और अस्वस्थ्य भी, इसी वजह से मैंने इस्तीफा देने का फैसला लिया है।

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फूट-फूट कर रोये
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार मीडिया के सामने ही फूट-फूट कर रो रपड़े, उन्होने कहा कि शरद पवार का बैंक से कभी संबंध नहीं रहा, इसके बावजूद उनका नाम सभी समाचारों में था, मेरे परिवार पर 25 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा, शरद पवार के कारण मैं डिप्टी सीएम की कुर्सी तक पहुंचा और मेरे वजह से उनकी बदनामी हो रही है।

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इस्तीफे का फैसला
अजित पवार ने आगे कहा, कि कल मैंने अचानक से इस्तीफा देने का फैसला लिया, जिसे मेरे चाहने वालों को समझ नहीं आ रहा, कि मैंने ये फैसला क्यों लिया, लोगों को बिना बताये ऐसा फैसला लेने पर मैं उनसे माफी मांगता हूं, विधानसभा में जाकर मैंने स्पीकर के पीए को इस्तीफा सौंप दिया है, इस्तीफा देने का फैसला मैंने लिया था, लेकिन चुनाव से पहले ऐसा करना सही होगा या नहीं ये बड़ा सवाल था।

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25 हजार करोड़ का घोटाला
छोटे पवार ने इसका कारण बताते हुए कहा कि हम सब महाराष्ट्र सहकारी बैंक में संचालक थे, जहां हम निर्विरोध जीते थे, सभी पार्टियों के लोग इसमें शामिल थे, मामले में मैंने सभागृह में सभी जवाब दिये थे, सदन में कहा था कि 1088 करोड़ का घोटाला हुआ, बाद में एक पीआईएल में दावा किया गया, कि 25 हजार करोड़ का घोटाला है।

11 हजार करोड़ की सेविंग
आपको बता दें कि अजित पवार ने कहा बैंक में सिर्फ 11 हजार करोड़ की ही सेविंग है, ऐसे में 25 हजार करोड़ का घोटाला होता, तो क्या बैंक को अब पता चलता, पिछले तीस सालों से राजनीति में हूं, बैंक के अस्तित्व में आने से अब तक बैंक में कई संचालक थे, जिसमें कई सारे आईएएस अधिकारी थे, अगर आप कागजात देखेंगे, तो आपको समझ आएगा, कि बैंक के क्या हालात हैं। मालूम हो कि अजित पवार घोटाले में नाम आने से आहत थे, इसलिये उन्होने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।