New Delhi, Oct 09 : दिवाली इस साल 27 अक्टूबर रविवार के दिन पड़ रही है, हिंदू पांचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को हर साल दिवाली का त्योहार मनाया जाता है, इस दिन कई स्थानों में मां काली की पूजा भी की जाती है, इसके अलावा इन दिन माता लक्ष्मी के पूजा का विधान है, लोग अपने-अपने घरों को साफ-सुथरा कर मां लक्ष्मी के आगमन की कामना करते हैं, इसके साथ ही शुभ मूहूर्त में विधिवत लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करते हैं, चूंकि दिवाली हर साल अमावस्या तिथि को होती है, इसलिये इसका खास महत्व हो जाता है, इस बार दिवाली पर दर्श अमावस्या का खास संयोग बन रहा है।
क्या होता है दर्श अमावस्या
धर्म शास्त्रों के अनुसार दर्श अमावस्या के संयोग पर चांद पूरी रात दिखाई नहीं देता है, माना जाता है कि ये अमावस्या पूर्वजों की पूजा और पितृ दोष के निवारण के लिये काफी शुभ है, जो लोग सच्ची श्रद्धा के साथ अपने पूर्वजों को याद करते हैं,
ज्योतिष में दर्श अमावस्या का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र नवग्रहों में प्रमुख स्थान रखता है, जो मन का कारक ग्रह होता है, इसलिये दर्श अमावस्या पर व्रत रहने से मानसिक व्याधियां दूर होती है,
दर्श अमावस्या के लाभ
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक अमावस्या देवी लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु को समर्पित है, धर्म शास्त्रों के जानकारों के मुताबिक जब अमावस्या दर्श अमावस्या से युक्त हो,
आईपीएल 2023 में तिलक वर्मा ने 11 मैचों में 343 रन ठोके थे, पिछले सीजन…
ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ ने कहा कि जिस शादी की बुनियाद ही झूठ पर…
अजित पवार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा आप 83 साल…
धतूरा शिव जी को बेहद प्रिय है, सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा…
भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डोमनिका में खेला जाएगा,…
मेष- आज दिनभर का समय स्नेहीजनों और मित्रों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा ऐसा गणेशजी…
Leave a Comment