अर्जुन तेंदुलकर ने बदल दी गोलगप्पे बेचने वाले की ‘किस्मत’, ठोक रहा है शतक पर शतक

अर्जुन तेंदुलकर और यशस्वी जायसवाल दोनों अच्छे दोस्त हैं, दोनों की दोस्ती बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में हुई, दोनों एक ही कमरे में रहते थे।

New Delhi, Oct 16 : विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई टीम का प्रदर्शन इस बार कुछ खास नहीं रहा है, उसने 7 में से 3 मैच जीते हैं, 2 में हार का सामना करना पड़ा, जबकि 2 मैच बेनतीजा रहे, हालांकि इस टीम के एक 17 वर्षीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया है, ये वही यशस्वी जायसवाल हैं, जो कभी मुंबई के आजाद मैदान के बाहर ठेले पर गोलगप्पे बेचा करते थे, यशस्वी की कामयाबी में सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन का भी बड़ा हाथ है, आइये आपको बताते हैं, कि यशस्वी का अर्जुन से क्या कनेक्शन है।

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अर्जुन ने बनाया ‘यशस्वी’
अर्जुन तेंदुलकर और यशस्वी जायसवाल दोनों अच्छे दोस्त हैं, दोनों की दोस्ती बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में हुई, दोनों एक ही कमरे में रहते थे, आपको बता दें कि यशस्वी जायसवाल सचिन तेंदुलकर के बहुत बड़े फैन हैं, और अर्जुन ने उनकी मुलाकात अपने पिता से भी कराई थी।

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पिता से कराई मुलाकात
2018 में अर्जुन अपने दोस्त यशस्वी जायसवाल को अपने पिता से मिलाने अपने घर ले गये, जहां पहली बार सचिन तेंदुलकर यशस्वी से मिले, उन्होने युवा बल्लेबाज से प्रभावित होकर एक बैट गिफ्ट किया, इतना ही नहीं महान बल्लेबाज ने यशस्वी से अपने डेब्यू मुकाबले में इसी बल्ले से खेलने की गुजारिश की।

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सचिन के बैट से खेल रहे यशस्वी
सचिन तेंदुलकर द्वारा गिफ्ट किया गया बल्ला मिलने के बाद यशस्वी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा, उन्होने पहले इंडिया अंडर 19 के श्रीलंका दौरे पर अपने बल्ले से कोहराम मचाया, अब लिस्ट ए क्रिकेट में जलवा दिखा रहे हैं, उन्होने 4 मैचों में 301 रन बनाये हैं, जिसमें दो शतक भी शामिल है।

विजय हजारे ट्रॉफी में प्रदर्शन
विजय हजारे ट्रॉफी में यशस्वी रनों का अंबार लगा रहे हैं, उन्होने महज 4 मैचों में 301 रन ठोंक दिये हैं, उनका औसत 75.25 का है, बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज ने केरल के खिलाफ 122 और गोवा के खिलाफ 113 रनों की पारी खेली, इन आंकड़ों के देख कहा जा रहा है कि उनका भविष्य यशस्वी है।