दिवाली बाद सड़क पर दिखी गंदगी, तो खुद ही झाड़ू लेकर निकल पड़े बीजेपी सांसद, ऐसे शुरु की थी परंपरा
विवेक शेजवलकर करीब दस साल तक ग्वालियर के महापौर रहे हैं, इस पद पर रहते हुए ही उन्होने दिवाली के अगले दिन बाजारों की सफाई की परंपरा शुरु की थी।
New Delhi, Oct 29 : दिवाली से पहले लोग घरों की साफ-सफाई करते हैं, लेकिन त्योहार के उमंग में अपने शहर की गंदगी को भूल जाते हैं, यही वजह है कि त्योहार के अगले दिन शहर की सड़कों पर गंदगी का अंबार नजर आता है, ग्वालियर के बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर को इससे बड़ी तकलीफ होती है, इसलिये दिवाली के अगले दिन ही माननीय सांसद सुबह झाड़ू लेकर निकल पड़े, उन्होने कई इलाकों को सफाई की, सांसद को झाड़ू लगाता देख स्थानीय लोग भी उनके साथ आ गये और सफाई करने लगे।
10 साल मेयर रहे
आपको बता दें कि शेजवलकर 10 साल तक ग्वालियर के मेयर भी रहे हैं, मेयर रहते हुए ही उन्होने दिवाली के अगले दिन सफाई की परंपरा शुरु की थी, वो मेयर से सांसद बन गये, लेकिन त्योहार के बाद शहर में गंदगी फैलाने की आदत नहीं बदली जा सकी है, लिहाजा इस साल भी बीजेपी सांसद को झाड़ू उठाना पड़ा।
सुबह सात बजे से काम में लग गये
ग्वालियर सांसद ने सोमवार सुबह सात बजे के करीब ही अपने घर से झाड़ू लेकर निकले, उन्होने शहर के बाजारों की सफाई की, बीजेपी सांसद सबसे पहले महाराज बाड़ा पहुंचे, वहां सफाई की, फिर सर्राफा बाजार इलाके में भी उनकी टीम ने झाड़ू लगाया, शेजवलकर ने करीब 4 घंटे तक अलग-अलग इलाकों की सफाई की, उनकी टीम में स्थानीय लोग भी जुड़ गये और अपने-अपने घर के आगे सफाई करने लगे।
सफाई की परंपरा को निभाया
आपको बता दें कि विवेक शेजवलकर करीब दस साल तक ग्वालियर के महापौर रहे हैं, इस पद पर रहते हुए ही उन्होने दिवाली के अगले दिन बाजारों की सफाई की परंपरा शुरु की थी, अब सांसद बनने के बाद भी उन्होने इस सिलसिले को जारी रखा, ये अलग बात है कि इस साल उन्होने अपने अभियान को प्रदूषण मुक्ति का नाम दिया, ग्वालियर के विभिन्न बाजारों की सफाई के दौरान उन्होने मीडिया से कहा कि दिवाली पर प्रदूषण बढ जाता है, सिर्फ कानून सख्त करने से कुछ नहीं होगा, जनता को भी जागरुक होना पड़ेगा।