कभी मातोश्री में बनती-बिगड़ती थी सरकार, आज होटल-होटल चक्कर काट रहे उद्धव ठाकरे

बाला साहेब के जमाने में ठाकरे परिवार को किंग मेकर कहा जाता था, लेकिन उद्धव ठाकरे किंग मेकर से किंग बनना चाहते हैं।

New Delhi, Nov 14 : कभी महाराष्ट्र की सियासत की धुरी माने जाने वाली मातोश्री (शिवसेना प्रमुख का आवास) इन दिनों नेताओं के चहल-पहल और बनते-बिगड़ते समीकरणों से दूर हो गया है, कभी शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे महाराष्ट्र के साथ-साथ देश की राजनीति में भी अपना दखल रखते थे, बड़े-बड़े नेता उनसे मिलने मातोश्री पहुंचते थे, लेकिन इन दिनों उद्धव ठाकरे दूसरे नेताओं से मिलने के लिये होटल-होटल घूम रहे हैं।

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होटल-होटल घूम रहे
कभी जिस मातोश्री के दरवाजे तक चलकर बड़े-बड़े नेता पहुंचते थे, आज उसी के वारिस उद्धव ठाकरे दूसरे नेताओं से मिलने के लिये होटल-होटल घूम रहे हैं, होटल रंग शारदा और रिट्रीट मलाड, जहां शिवसेना विधायकों को रखा गया है। सरकार बनाने की चाह में उद्धव होटल ताज लैंड में जाकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिले, फिर होटल ट्राइ़डेंट ब्रांद्रा जाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से मिले, लेकिन इन दोनों में से कोई भी मातोश्री नहीं पहुंचा।

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किंगमेकर से किंग बनने की चाह
बाला साहेब के जमाने में ठाकरे परिवार को किंग मेकर कहा जाता था, लेकिन उद्धव ठाकरे किंग मेकर से किंग बनना चाहते हैं, इसी फेर में वो कांग्रेस और एनसीपी के सियासी दांव-पेंच में पड़कर बीजेपी से नाता तोड़ लिया, लेकिन इसके बावजूद सीएम की कुर्सी तक की राह आसान नहीं दिख रही है, कांग्रेस-एनसीपी के पुराने आपसी पेंच इतने हैं कि उन्हें सुलझाने में काफी समय लगेगा, मतलब साफ है कि महाराष्ट्र में सरकार इतनी आसानी से और जल्दी नहीं बनने वाली, ऐसे में किंग की कुर्सी को लेकर भी असमंजस बना रहेगा।

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एनसीपी ने भी रखा 50-50 फॉर्मूला
शिवसेना ने बीजेपी के सामने 50-50 फॉर्मूला रखा था, इसी को लेकर दोनों में खटपट हुई, तब एनसीपी ने शिवसेना को सरकार बनाने का प्रलोभन दिया, तब कहा था कि 5 साल के लिये सीएम शिवसेना का ही होगा, हालांकि शरद पवार ने इस पर कोई बयान नहीं दिया था, लेकिन अब सूत्रों का दावा है कि एनसीपी शिवसेना के साथ डील करने में लगी हुई है, कि ढाई-ढाई साल पर सरकार बनाने को तैयार हैं।