‘जिंदा थी डॉक्टर, जब जलाया तो चिल्ला पड़ी थी’ हैवान के कबूलनामे से मचा कोहराम
जब वह बेहोश हो गई, तो उसे लॉरी में डालकर पुल के नीचे ले गए । इसके बाद पुल के नीचे ही पेट्रोल से उस पर आग लगा दी । उन्हें लगा था कि वो मर चुकी है लेकिन वो जिंदा थी । वो चिल्ला उठी ।
New Delhi, Dec 05: हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई घिनौनी और भयनक हरकत में एक के बाद एक नए खुलासे होते जा रहे हैं । डॉक्टर की चीखें और तेज होती जा रही हैं । जैसे – जैसे दिन गुजर रहे हैं वो न्याय के लिए छटपटा रही है । ताजा खुलासे में पता चला है कि आरोपियों ने जब डॉक्टर को जलाने के बारे में सोचा तो उन्हें लगा कि वो मर चुकी है, लेकिन उस लाश में जान अभी बाकी थी । हैवान जब उसे जलाने लगे तो वो चीख पड़ी । लेकिन अफसोस उसे बचाने के लिए वहां कोई मौजूद नहीं था ।
कस्टडी में भेजे गए दरिंदे
हैदराबाद में महिला डॉक्टर से सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसे जलाने वाले आरोपियों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है । पुलिस कस्टडी में इन आरोपियों ने इस मामले से जुड़े कई अहम खुलासे किए हैं । स्थानीय मीडिया चैनलों में आ रही खबरों के अनुसार इस भयानक कांड के मुख्य आरोपी पाशा ने बताया है कि जिस वक्त चारों आरोपी डॉक्टर को मरा समझकर जलाने जा रहे थे, उस वक्त वह जिंदा थी ।
बांध दिए थे हाथ – पैर
टोली वेलेगू की एक खबर के मुताबिक मुख्य आरोपी मोहम्मद पाशा ने बताया है कि गैंगरेप के बाद महिला भाग ना जाए, इसलिए उन लोगों ने उसके हाथ-पैर बांध दिए थे । उसने बताया कि उन्होने पीड़िता को जबरन शराब पिलाई । जब वह बेहोश हो गई, तो उसे लॉरी में डालकर पुल के नीचे ले गए । इसके बाद पुल के नीचे ही पेट्रोल से उस पर आग लगा दी । उन्हें लगा था कि वो मर चुकी है लेकिन वो जिंदा थी । वो चिल्ला उठी ।
जलते हुए देखते रहे आरोपी
दरिंदे पाशा ने बताया कि वे लोग काफी देर तक महिला को जलता हुआ देखते रहे. । उन्हें लगा था कि वो पुलिस की पकड़ में आ जाएंगे, इसलिए पीड़िता को मार दिया था । आपको बता दें ये पूरा मामला 29 नवंबर का है जहां हैदराबाद के साइबराबाद टोल प्लाजा के पास एक महिला की अधजली लाश मिली थी । जांच हुई तो पहचान एक वेटनरी डॉक्टर के तौर पर हुई । वारदात में शामिल चारों आरोपियों की पहचान मोहम्मद पाशा, नवीन, चिंताकुंता केशावुलु और शिवा के तौर पर हुई है ।