फडण्वीस ने क्यों दिलाई थी अजित पवार को डिप्टी सीएम पद की शपथ, पूर्व सीएम ने मामले पर तोड़ी चुप्पी

देवेन्द्र फडण्वीस ने एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए बताया कि एनसीपी नेता अजित पवार ने उन्हें सभी 54 विधायकों के समर्थन का आश्वासन दिया था।

New Delhi, Dec 08 : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फडण्वीस ने 7 दिसंबर को दावा किया, कि वो एनसीपी नेता अजित पवार थे, जिन्होने प्रदेश में सरकार बनाने के लिये उनसे संपर्क किया था, महाराष्ट्र में जब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच सरकार बनाने की बातचीत चल रही थी, तभी अचानक 23 नवंबर की सुबह देवेन्द्र फडण्वीस ने मुख्यमंत्री के तौर पर और अजित पवार ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ले ली थी, हालांकि ये सरकार 80 घंटे में ही गिर गई थी।

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अजित पवार ने आश्वासन दिया
देवेन्द्र फडण्वीस ने एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए बताया कि एनसीपी नेता अजित पवार ने उन्हें सभी 54 विधायकों के समर्थन का आश्वासन दिया था, फडण्वीस ने कहा कि उन्होने मेरी कुछ विधायकों से बात भी कराई, जिन्होने मुझसे कहा कि वो बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं, पूर्व डिप्टी सीएम ने फडण्वीस ने कहा था कि उन्होने इस बारे में एनसीपी चीफ शरद पवार से बी चर्चा की है।

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एनसीपी नेता ने किया था संपर्क
पूर्व सीएम देवेन्द्र फडण्वीस ने बताया कि अजित पवार ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि एनसीपी कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहती है, तीन दलों (शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी) का गठबंधन सरकार नहीं चल सकता, हम स्थिर सरकार के लिये बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं, बीजेपी नेता ने माना कि ये कदम उल्टा पड़ा गया, इसके साथ ही फडण्वीस ने कहा कि आने वाले दिनों में इस बारे में और बातें सामने आएंगी।

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घोटाले पर कही ये बात
देवेन्द्र फडण्वीस ने ये भी कहा कि सिंचाई घोटाले में पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार को मिले क्लीन चिट से उनका कोई लेना देना नहीं है, उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक शाखा का हलफनामा 27 नवंबर का है, मैंने 26 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था, इसलिये इसे जोड़कर नहीं देखना चाहिये।