वीर सावरकर पर शिवसेना में दो राय, संजय राउत के बयान के बाद आदित्य ठाकरे ने कही बड़ी बात

महाराष्ट्र में वीर सावरकर के मसले पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

New Delhi, Jan 19 : शिवसेना राज्यसभा सांसद संजय राउत के वीर सावरकर को लेकर दिये गये बयान से उनकी पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया है, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि संजय राउत ने जिक्र किया था, कि उन्होने किस संदर्भ में ये बात की है, जहां तक शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन की बात है, तो वो बेहद मजबूत है, हम प्रदेश के विकास के लिये एक साथ आये हैं, हां कुछ मुद्दों पर हमारे विचार अलग हो सकते हैं, लेकिन यही तो लोकतंत्र है।

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विवाद नहीं थम रहा
महाराष्ट्र में वीर सावरकर के मसले पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ने कहा कि संजय राउत का बयान उनका निजी है, हमें इतिहास के बजाय वर्तमान मुद्दों पर बात करने की आवश्यकता है। आपको बता दें कि चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना ने वीर सावरकर के लिये भारत रत्न की मांग की थी।

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बयान का स्वागत
वहीं वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने संजय राउत के बयान का स्वागत किया है, उन्होने कहा कि मैं शिवसेना सांसद के बयान का स्वागत करता हूं, अतीत में भी शिवसेना ने सावरकर के अपयश का पुरजोर विरोध किया था, मुझे उम्मीद है कि शिवसेना अब कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर सावरकर का विरोध नहीं करेगी।

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क्या कहा था संजय राउत ने
मालूम हो कि शिवसेना सांसद ने कहा था कि जो लोग वीर सावरकर का विरोध कर रहे हैं, फिर चाहे वो किसी भी विचारधारा या राजनीतिक पार्टी से हों, उन्हें सिर्फ दो दिन अंडमान निकोबार की जेल में डाल दिया जाए, जहां सावरकर को रखा गया था, तो उन लोगों को सावरकर के बलिदान का एहसास होगा, उन्हें पता चलेगा कि उन्होने देश के लिये क्या किया था।

भारत रत्न देने की मांग
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का वादा किया था, हालांकि चुनाव के बाद दोनों पार्टियां अलग हो गई, अब महाराष्ट्र में शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार चला रही है, जिसके बाद उन्हें भारत रत्न देने पर संशय पैदा हो गया है, इस बीच राहुल गांधी ने एक रैली में सावरकर पर निशाना भी साधा था।