CAA पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने तोड़ी चुप्पी, चुनाव आयोग के लिये कही ऐसी बात

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि इलेक्शन कमीशन अपना काम बेहतर तरीके से कर रहा है, उसे बदनाम करने की कोशिश पूरी चुनाव प्रक्रिया को बदनाम कर देगी।

New Delhi, Jan 24 : देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी ने नागरिकता कानून पर चुप्पी तोड़ी है, उन्होने सुनना, तर्क करना और असहमति को लोकतंत्र की खुशबू कहा है, उन्होने कहा कि व्यापक स्तर पर चल रहे मौजूदा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पूरे देश में फैल चुका है, पूरा विश्वास है, कि विरोध प्रदर्शन की इन लहरों से भारतीय लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होंगी।

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हर परीक्षा में खरा
इलेक्शन कमीशन द्वारा गुरुवार को आयोजित प्रथम सुकुमार सेना स्मृति व्याख्यान में बतौर वक्ता पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र हर परीक्षा में खरा उतरा है, सहमति किसी भी लोकतंत्र के लिये जीवनदायी खून की तरह महत्वपूर्ण होता है।

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युवाओं की राय महत्वपूर्ण
देश भर में सीएए और एनपीआर के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन का हवाला देते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में बड़ी संख्या में लोगों ने घरों से निकलकर सड़कों पर आते हुए देखा गया है, खासकर युवाओं को जिन्होने मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी है, मेरी नजर में उनकी राय महत्वपूर्ण है, संविधान को लेकर उनकी अभिव्यक्ति और विश्वास मन को प्रसन्न करने वाला है।

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चुनाव आयोग की तारीफ
इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि इलेक्शन कमीशन अपना काम बेहतर तरीके से कर रहा है, उसे बदनाम करने की कोशिश पूरी चुनाव प्रक्रिया को बदनाम कर देगी, कोई संस्थान कैसा काम करता है, वह वहां काम करने वाले लोगों पर निर्भर करता है, चुनाव आयोग ने पूरी तरह से संस्थागत अखंडता सुनिश्चित की है।