दक्षिण भारत में इतना क्‍यों खाया जाता है करी पत्‍ता ? मिल गया जवाब, आप भी जानें

क्‍या आप जानते हैं, करी पत्ता खाने का जायका तो बढ़ाता ही है, कई बीमारियों से भी बचाता है । अगर नहीं तो आगे पढ़ें ये बहुत ही जरूरी जानकारी ।

New Delhi, Feb 08 : दक्षिण भारत के खाने में एक चीज जो होती ही होती है वो है करी पत्‍ता । जी हां करी पत्‍ते का सेवन दक्षिण भारत में खूब होता है । दाल हो, सांभर हो या फिश्र नॉन्‍वेज डिश, सब्‍जी हो या फिर इडली – डोसा, हर खाने में करी पत्‍ता पड़ना तय है । लेकिन क्‍यों, इसका इतना इस्‍तेमाल क्‍यों होता है । हम आपको बताते हैं ।

Advertisement

बीमारियों से बचाता है
करी पत्ता में आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस के अलावा विटामिन बी 2, बी 6 और बी 12 भी पाया   जाता है । खाने में करी पत्‍ते का इस्‍तेमाल कई बीमारियों को दूर करने में मददगार है ।  ये आपको दिल और लीवर की कई बीमारियों से बचा सकता है, वजन कम करने में भी हेल्‍पफुल है । इसके साथ ही आपने दक्षिण भारतीय लोगों के काले घने बाल देखें हैं, उसका एक कारण भी यही है । करी पत्‍ते का सेवन हेयर फॉलिकल्‍स को मजबूत रखता है । ये औषधीय गुणों से भरपूर होता है ।

Advertisement

कॉलेस्‍ट्रॉल कम करता है
करी पत्ते का सेवन करने से वजन नियंत्रण में रहता है । इसमें पाए जाने वाला डाई क्लोरोमेथेन,एथिल एसीटेट जैसे तत्व हैं जो शरीर में पहुंचने के बाद कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और वजन को घटाते है । वो लोग जिनके शरीर में खून की कमी होती है उन्हें भी इसके पत्तों का नियमित सेवन करना चाहिए ।  एनीमिया होने पर करी पत्‍ता खाना चाहिए ।

Advertisement

इन बीमारियों को भी रखते हैं दूर
करी पत्‍ता के गुण डायबिटीज को नियंत्रित करते है । इनमें हाइपोग्लाइसेमिक पाया जाता है जो कि शुगर की मात्रा को कम रखता है । इसके साथ ही करी पत्ते में टैनिन और कारबाजोले नाम के गुणकारी तत्व भी पाए जाते हैं जो लीवर की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है । इसके पत्ते डायरिया से भी बचाते हैं । करी पत्‍ते का तेल भी इस्‍तेमाल में लाया जाता है, ये त्‍वचा के लिए और बालों के लिए बहुत फायदेमंद है ।