विश्वकप फाइनल में टीम इंडिया ने कर दी बड़ी गलती, इस वजह से मिली हार

टीम इंडिया की बल्लेबाज फाइनल में पूरी तरह से फ्लॉप रही, सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (88 रन) को छोड़कर कोई भी क्रीज पर ज्यादा समय नहीं बिता सका।

New Delhi, Feb 10 : अंडर 19 टीम इंडिया का विश्वकप फाइनल में पांचवीं बार विश्व विजेता बनने का सपना टूट गया, खिताबी मुकाबले में टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 177 रन बनाये, जवाब में बांग्लादेश टीम ने डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर तीन विकेट से मैच जीत लिया, मैच के अंत में बारिश की वजह से बांग्लादेशी टीम को जीत के लिये 170 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे 41.1 ओवर में ही हासिल कर लिया, आइये आपको बताते हैं कि कहां टीम इंडिया से गलती हुई, टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाने वाली टीम कैसे फाइनल में फेल हो गई।

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बल्लेबाज फ्लॉप
टीम इंडिया की बल्लेबाज फाइनल में पूरी तरह से फ्लॉप रही, सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (88 रन) को छोड़कर कोई भी क्रीज पर ज्यादा समय नहीं बिता सका, कप्तान प्रियम गर्ग, उपकप्तान ध्रुव जुरेल, दिव्यांश सक्सेना समेत सभी फेल रहे, मध्यक्रम पूरी तरह से ढह गया, भारतीय टीम ने अपने अंतिम 7 विकेट सिर्फ 21 रनों में ही गंवा दिये।

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दो बल्लेबाज रन आउट
भारतीय टीम पर फाइनल का दबाव दिख रहा था, बल्लेबाजों का विकेट के बीच तालमेल भी ठीक नहीं था, जिसकी वजह से दो विकेट गंवाने पड़े, अथर्व अंकोलेकर ने दो खिलाड़ियों को रन आउट कराया, उपकप्तान ध्रुव जुरेल और रवि बिश्नोई रन आउट हुए, जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा, ध्रुव और रवि अच्छी बल्लेबाजी कर सकते थे, अगर इन ये दोनों रन आउट नहीं होते, तो शायद टीम का स्कोर 200 के पार जरुर जाता।

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गेंदबाजों की लाइन लेंग्थ
इस टूर्नामेंट में अब तक भारतीय गेंदबाजी सबसे मजबूत यूनिट मानी जाती थी, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ कार्तिक त्यागी, आकाश सिंह, सुशांत मिश्रा और अथर्व अंकोलेकर ने खराब लाइन लेंग्थ से गेंदबाजी की, कार्तिक को कोई सफलता नहीं मिली, तो सुशांत और आकाश एक लाइन लेंग्थ से गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे।

अतिरिक्त रन
टीम इंडिया ने फाइनल में 33 रन अतिरिक्त के रुप में दे दिये, गेंदबाजों ने 19 वाइड, 2 नोबॉल औरह 4 लेग बाइ के रन दिये, जब भी छोटा स्कोर बचाना होता है, तो गेंदबाजों को कसी हुई गेंदबाजी करनी होती है, लेकिन अतिरिक्त रन मिलने से बांग्लादेश के बल्लेबाजों को सहूलियत हुई और वो चैंपियन बन गये।

टॉस हारना
क्रिकेट मैच में टॉस की भूमिका बेहद अहम होती है, फाइनल मुकाबले में भी कुछ ऐसा ही हुआ, किस्मत कप्तान प्रियम गर्ग के साथ नहीं थी, बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया, बांग्लादेशी तेज गेंदबाजों ने इसका फायदा उठाया, जिससे भारतीय बल्लेबाज बैकफुट पर आ गये।