प्रेम की नदी भारत आने के बावजूद इतनी सूखी हुई क्यों है?
हम सारा जिस्म सजदे में झुकाकर दुहरे हुए जा रहे हैं और वो सितमगर ‘डोनाल ट्रंप’ हमारे मोदी जी को ट्विटर ही फॉलो नहीं करता!
New Delhi, Feb 24 : हम सारा जिस्म झुक कर दुहरा किए दे रहे हैं। कब से सजदे में हैं। कब से झुके हुए खड़े हो रहे हैं। हमने ये भी कह दिया कि आप अतिथि हो और देवता हो। यह धोखा भी नहीं है कि हम सजदे में नहीं हैं, लेकिन उस सितमगर को देखिए कि कमबख़्त हमें ट्विटर ही फॉलो नहीं लायक नहीं समझता!
प्रेजिडेंट ट्रंप ट्विटर पर सिर्फ़ 39 लोगों को फॉलो करते हैं और डोनाल्ड जे ट्रंप 47 को, लेकिन इन दोनों में ही वे न तो भारतीय प्रधानमंत्री के पीएमओ को फॉलो करते हैं और न ही नरेंद्र माेदी को। लेकिन भारतीय पीएमओ इनके ऑफिस को भी फॉलो करता है और इन्हें भी।
आख़िर ये दोनों नेता अपना इतना सारा प्रेम ट्विटर उंड़ेल रहे हैं तो भारत के सवा करोड़ लोगों के प्रतिनिधि को ट्रंप का फॉलो न करना मोदी का या भारतीय पीएमओ की उपेक्षा नहीं, इस देश के सवा सौ करोड़ लोगों की उपेक्षा है।
आख़िर इस प्रेम की नदी भारत आने के बावजूद इतनी सूखी हुई क्यों है? यह स्वाभिमान का पानी कहां ठहरा हुआ है? ट्विटर पर इतनी छोटी-छोटी चीज़ों पर ये लोग ध्यान देते हैं, लेकिन इस उपेक्षा की आहट भारतीयों को क्यों नहीं है? सोशल मीडिया के इस जंगल में कोई परेशान क्यों नहीं है? क्यों कोई हांका नहीं हुआ?