प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दंगल गर्ल जायरा वसीम का सनसनीखेज ट्वीट, ऐसा सवाल पूछा कि बस …  

आपको बता दें इससे कुछ समय पहले ही जायरा वसीम ने जम्मू-कश्मीर के हालातों पर राय रखी थी । 5 अगस्‍त 2019 को घाटी से अनुच्छेद 370 हटा दिया गया था …

New Delhi, Feb 29: दंगल गर्ल जारा वसीम जो सीक्रेट सुपरस्‍टार के नाम से भी जानी जाती हैं, बॉलीवुड को छोड़ चुकी हैं । मजहब के नाम पर अभिनय के काम को खुद के लिए सही ना बताते हुए जायरा ने ये फैसला लिया था । अब जायरा सामाजिक मुद्दों पर, राजनीतिक मसलों पर सोशल मीडिया में अपनी आवाज खूब बुलंद करती हैं । ताजा मामला दिल्‍ली हिंसा का है, जिसके बाद जायरा ने सीधे प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से ही सवाल पूछ डाला है । पीएम पर कसा ये तंज वायरल हो गया है ।

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जायरा ने किया ट्वीट
जायरा वसीम ने ट्वीट किया है, उन्‍होने एक सवाल के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से कुछ पूछा है । जायरा ने लिखा है – ‘आपको रात को सुकून की नींद कैसे आ जाती है ?’ यह नहीं कि ‘आप आम कैसे खाते हैं।’ जायरा वसीम का साफ इशारा प्रधानमंत्री मोदी को लेकर है, जिन्‍होने दिल्‍ली हिंसा पर कई घंटों के बाद मौन तोड़ा था और हालात को सुधारने के लिए एक्‍शन की बात कही थी ।
जायरा के ट्वीट पर रिएक्‍शन
जारा वसीन के इस बर्निंग ट्वीट पर तमाम सोशल मीडिया यूजर्स और उनके फैंस अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ज्‍यादातर लोगों ने जायरा के इस सवाल को उचित ठहराया है । आपको बता दें इससे कुछ समय पहले ही जायरा वसीम ने जम्मू-कश्मीर के हालातों पर राय रखी थी । 5 अगस्‍त 2019 को घाटी से अनुच्छेद 370 हटा दिया गया था, जिसके बाद विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, कई बॉलीवुड की दिग्गज हस्तियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी।

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https://twitter.com/ZairaWasimmm/status/1233276846206279681

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6 महिने बाद जायरा ने की थी एक पोस्‍ट
धारा 370 के छह महीने गुजरने के बाद जायरा ने सोशल मीडिया पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा था । इस पोस्ट में जायरा ने लिखा – ‘कश्मीरी लगातार उम्मीद और कुंठा के बीच जूझ रहे हैं। निराशा और दुख की जगह शांति का झूठ फैलाया जा रहा है। कश्मीरियों की आजादी पर कोई भी पाबंदी लगा सकता है। हमें ऐसे हालात में क्यों रखा जा रहा है जहां हम पर पाबंदियां हैं और हमें हुक्म दिया जा रहा है।’ जायरा ने सवाल किया – ‘आखिर हमारी आवाज को दबा देना इतना आसान क्यों हैं? हमारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पाबंदी लगाना इतना आसान क्यों है? हमें अपनी बात कहने और विचार रखने की आजादी क्यों नहीं है? हमारे विचारों को सुने बिना ही उन्हें बुरी तरह खारिज कर दिया जा रहा है। हम बिना किसी डर और चिंता के आम लोगों की तरह क्यों नहीं जी सकते?’

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कश्‍मीरी हैं जायरा, बयां किया दर्द
जायरा ने आगे लिखा है – ‘क्यों किसी भी कश्मीरी की जिंदगी मुश्किलों, पाबंदियों और परेशानियों में गुजरती है, इसे इतना आम क्यों बना दिया गया है? ऐसे हजारों सवाल हमारे जहन में उठते हैं। सरकार इन सवालों का जवाब तो दूर इन्हें सुनना भी नहीं चाहती। हमारी शंकाओं और अटकलों पर विराम लगाने की थोड़ी भी कोशिश नहीं करती।’  जायरा ने मीडिया को भी नहीं बख्‍शा, लिखा- ‘मीडिया ने जो यहां के हालात के बारे एक धुंधली तस्वीर बताई है, उस पर यकीन न करें, सवाल पूछें, हमारी आवाज को चुप करा दिया गया है… और कब तक। हममें से कोई भी वास्तव में नहीं जानता है।’

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