बिहार की सियासत में भूचाल, तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को कहा ‘अभिभावक’

हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी, जिसके बाद बिहार की सियासी फिजा बदलने लगी है।

New Delhi, Mar 01 : बिहार के सीएम और जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार आज जन्मदिन मना रहे हैं, इस खास मौके पर राजधानी पटना में जदयू का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, 10 साल के दौरान ये दूसरा मौका है, जब सीएम नीतीश कुमार ने अपने जन्मदिन को पार्टी के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन के लिये चुना है, इससे पहले साल 2015 में सुशासन बाबू ने 1 मार्च को कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया था, तब लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार का गठबंधन था, हालांकि इस बार के चुनावी समीकरण अलग दिख रहे हैं, जदयू अपने पुराने सहयोगी बीजेपी के साथ है।

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तेजस्वी से मुलाकात
मालूम हो कि हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी, जिसके बाद बिहार की सियासी फिजा बदलने लगी है, अब तेजस्वी ने इस हलचल को और तेज कर दिया है, उन्होने सीएम नीतीश कुमार को जन्मदिन की बधाई देते हुए उन्हें आदरणीय अभिभावक कहकर संबोधित किया है।

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तेजस्वी का ट्वीट
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है, आदरणीय अभिभावक श्री नीतीश कुमार को जन्मदिन की शुभ मंगलकामनाएं, ईश्वर से प्रार्थना है कि आप आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ आगे बढते हुए स्वस्थ्य और दीर्घायु रहें, जन्मदिवस के शुभ अवसर पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और बेरोजगारी हटाने की हमारी लड़ाई में सहयोग अपेक्षित है।

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तंज या राजद की नई रणनीति ?
राजद नेता तेजस्वी यादव के इस शुभकामना संदेश में थोड़ा तंज भी देखा जा सकता है, उन्होने सुशासन बाबू के आत्मसम्मान और स्वाभिमान की बात की है, हालांकि बिहार में नये सियासी घटनाक्रम में बीजेपी और जदयू के बीच दूरी बढाने और राजद-जदयू के बाद दूरी घटाने का भी हिस्सा माना रहा है, इसे राजद की नई रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।

सीएम-तेजस्वी की मुलाकात
आपको बता दें कि हाल ही में तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार ने करीब 20 मिनट तक मीटिंग की थी, जिसके बाद एनपीआर के पुराने प्रावधानों पर और एनआरसी को बिहार में लागू नहीं करने का विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया गया, इससे बीजेपी और जदयू के बीच थोड़ी दूरी बढ गई है, साथ ही जातिय जनगणना करवाने के प्रस्ताव को भी विधानसभा में पास किया गया है, बताया जा रहा है कि इन मामलों के बाद बीजेपी बैकफुट पर है, वहीं राजद और जदयू के बीच नजदीकियों की खबरें सामने आ रही है।