क्रिकेट के लिये कोई घर से भागी, तो किसी को नहीं मिली एकेडमी में एंट्री, अब पूरा देश कर रहा सलाम

16 वर्षीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाये।

New Delhi, Mar 09 : आईसीसी वुमेंस टी-20 विश्वकप के फाइनल में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने 85 रनों से हराया, इस खबर ने करोड़ों भारतीय फैंस का दिल दुखाया, उम्मीद की जा रही थी कि भारतीय टीम विश्वकप लेकर लौटेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका, फाइनल में मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने 85 रनों से जीत हासिल की, वैसे इस हार के बाद भी देश को अपनी बेटियों पर नाज है, टीम इंडिया की तीन खिलाड़ियों शेफाली वर्मा, पूनम यादव और राधा यादव ने इस टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया, खास बात ये है कि इन तीनों ही खिलाड़ियों ने क्रिकेट खेलने के लिये काफी संघर्ष किया है, जिसके बाद उन्हें टी-20 विश्वकप जैसे बड़े मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।

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शेफाली ने दिखाया बल्ले से कमाल
16 वर्षीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाये, उन्होने 5 मैचों में 38.66 के औसत से 163 रन बनाये, 2 मैचों में वो प्लेयर ऑफ द मैच भी चुनी गई, शेफाली ने 16 साल की उम्र में अपने विस्फोटक खेल से पूरी दुनिया का दिल जीता, आपको बता दें कि एक समय ऐसा भी था जब कोई भी क्रिकेट एकेडमी उन्हें एडमिशन नहीं दे रहा था, रोहित की क्रिकेट एकेडमियों ने शेफाली के लड़की होने की वजह से उन्हें क्रिकेट सिखाने से मना कर दिया, जिसके बाद उन्होने लड़का बनकर खेलना शुरु किया, इसी वजह से उन्होने अपने बाल भी छोटे रखे।

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पूनम की फिरकी
पूनम यादव की घूमती गेंदों ने विरोधियों को खूब परेशान किया, उन्होने 5 मैचों में 10 विकेट अपने नाम किये, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही मुकाबले में 4 विकेट झटककर उन्होने सभी को हैरान कर दिया, पूनम ने भी क्रिकेटर बनने के लिये अपने परिवार से विद्रोह किया है, आगरा की रहने वाली पूनम को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था, लेकिन पिता समाज के तानों की वजह से उन्हें ऐसा करने से रोकते थे, हालांकि पूनम रुकी नहीं और एक दिन घर वालों को बिना बताये ही स्टेडियम चली गई, इसके बाद कोच हेमलता के साथ घर लौटी, उन्होने पूनम के माता-पिता को उनके क्रिकेट खेलने के लिये राजी किया, वो दिन था और फिर आज का दिन है, पूनम अपनी फिरकी से घर परिवार ही नहीं देश का भी नाम रोशन कर रही हैं।

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राधा यादव ने भी किया अच्छा प्रदर्शन
बायें हाथ की स्पिन गेंदबाज राधा यादव ने भी इस टूर्नामेंट में खेले तीन मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया, उन्होने 6 विकेट लिये और इकॉनमी 6.83 रहा, श्रीलंका के खिलाफ उन्होने 23 रन पर 4 विकेट हासिल किये, जिसके लिये उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला, राधा के पिता सब्जी बेचकर गुजारा करते थे, बावजूद इसके उन्होने अपनी काबिलियत के दम पर इतना लंबा सफर तय किया।