Inside Story- सिंधिया को दिया गया था डिप्टी सीएम का ऑफर, लेकिन कमलनाथ नहीं हुए राजी
सीएम कमलनाथ के विश्वासपात्र मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम अपने विधायकों के साथ जयपुर जा रहे हैं।
New Delhi, Mar 12 : एमपी कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि 22 विधायकों में से 13 ने आश्वस्त किया है, कि वो कांग्रेस छोड़कर नहीं जा रहे, साथ ही उन्होने ये भी बताया कि एमपी में कमलनाथ सरकार को विश्वास मत जीतने का भरोसा है, हम चुप नहीं रहे, हम सो नहीं रहे हैं, इसके साथ ही उन्होने ये भी बताया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को डिप्टी सीएम पद ऑफर किया गया था, लेकिन वो अपने नामित व्यक्ति को इस पद पर बिठाना चाहते थे, जिस पर कमलनाथ ने चेला स्वीकार करने से मना कर दिया, दिग्गी राजा ने कहा कि सिंधिया राज्यसभा के लिये कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते थे, लेकिन अति महत्वाकांक्षी नेता को सिर्फ मोदी शाह ही मंत्री पद दे सकते हैं।
जयपुर भेजे गये विधायक
एमपी में संकटग्रस्त कांग्रेस सरकार को बचाने में जुटे दिग्गी राजा लगातार कोशिश कर रहे हैं, कांग्रेस विधायकों को एकजुट रखने के लिये बुधवार को उन्हें चार्टर्ड प्लेन से कांग्रेस शासित प्रदेश राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक रिजॉर्ट में भेज दिया गया है, सभी विधायक सीएम कमलनाथ के आवास पर जमा हुए, फिर तीन बसों से उन्हें भोपाल हवाई अड्डे पर भेजा गया, जहां से जयपुर के लिये रवाना हो गये।
राजनीतिक आस्था नहीं बदल सकते
सीएम कमलनाथ के विश्वासपात्र मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम अपने विधायकों के साथ जयपुर जा रहे हैं, जहां हम एक साथ रहेंगे, वर्मा ने ये भी बताया कि जयपुर के बाद वो बंगलुरु भी जाएंगे, जहां ठहरे हुए कांग्रेस के बागी विधायकों से बात करेंगे, उन्होने दावा किया, कि उनके विधायकों के गुमराह कर बंगलुरु ले जाया गया है, और उनसे जबरदस्ती इस्तीफा दिलवाया गया है, उनकी रगों में सालों से कांग्रेस का खून दौड़ रहा है, इसलिये सिर्फ अपने नेता की महत्वाकांक्षा के लिये ये विधायक यूं ही अचानक अपनी राजनीतिक आस्था नहीं बदल सकते।
बागी भी सरकार के पक्ष में वोट करेंगे
सिंधिया के समर्थक 19 विधायकों के बंगलुरु में ठहरने के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि इनमें से 10 से 12 विधायक फ्लोर टेस्ट के दौरान सरकार के पक्ष में वोट करेंगे, क्योंकि उन्हें गुमराह करके वहां से ले जाया गया है, उन्होने दावा किया, कि पार्टी के नेता बंगलुरु में ठहरे इन विधायकों के संपर्क में हैं।
Jyotiraditya Scindia was offered deputy CM post in MP, but he wanted his nominee; Kamal Nath refused to accept a "chela": Digvijay Singh
— Press Trust of India (@PTI_News) March 11, 2020