ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास है इतनी संपत्ति, कि बड़े-बड़े बिजनेसमैन भी पड़ जाएंगे फीके

देश आजाद होने के समय सिंधिया परिवार के पास 100 से ज्यादा कंपनियों के शेयर थे, जिसमें नामी कंपनी बॉम्बे डाइंग के 49 फीसदी शेयर भी शामिल था।

New Delhi, Mar 12 : ज्योतिरादित्य सिंधिया इस मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं, उन्हें लेकर कांग्रेस से बीजेपी तक ऊहापोह मची हुई हैं, सिंधिया राजपरिवार का एमपी में काफी सम्मान है, आजादी के बाद से ही ये परिवार देश की राष्ट्रीय राजनीति के केन्द्र में रहा है, लोगों के बीच सम्मान से देखे जाने वाले इस परिवार में संपत्ति को लेकर गंभीर विवाद चल रहा है, करीब तीस साल पहले जब इस परिवार में संपत्ति का विवाद शुरु हुआ, तो करीब 40 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति थी, ये विवाद ज्योतिरादित्य के पिता और उनकी तीन बुआ के बीच है।

Advertisement

मामला निपटाने की कोशिश
हालांकि 2017 में ज्योतिरादित्य ने मामले को कोर्ट से बाहर निपटाने का निवेदन भी किया था, इंडिया लीगल वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक ज्योतिरादित्य के निवेदन पर कोर्ट ने कहा था कि विवाद से जुड़े लोग पढे लिखे हैं, अगर वो कोर्ट से बाहर मामले को निपटा लें, तो ये अच्छी बात है, जज ने ये भी कहा था कि सिंधिया परिवार से जुड़े संपत्ति के मामले बॉम्बे, दिल्ली, पुणे, जबलपुर और ग्वालियर कोर्ट में भी चल रहे हैं, हालांकि इन सभी में से किसी पर भी फैसला नहीं हो पाया है।

Advertisement

अकूत धन संपत्ति
देश आजाद होने के समय सिंधिया परिवार के पास 100 से ज्यादा कंपनियों के शेयर थे, जिसमें नामी कंपनी बॉम्बे डाइंग के 49 फीसदी शेयर भी शामिल था, परिवार के पास सिर्फ ग्वालियर में 10 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है, जिसमें कई महल शामिल हैं, ग्वालियर के बाहर एमपी में परिवार के नाम 3 हजार करोड़ की संपत्ति है, जिसमें शिवपुरी के कई महल और उज्जैन का एक महल शामिल है, दिल्ली में परिवार के पास करीब 7 हजार करोड़ की संपत्ति है, जिसमें ग्वालियर हाउस, सिंधिया महल और राजपुर रोड पर एक प्लॉट शामिल है।

Advertisement

माधवराव की बहनें
ज्योतिरादित्य की तीन बहनें थे, जिसमें उषा और बसुंधरा उनसे बड़ी और यशोधरा राजे छोटी थी, कहा जाता है कि यशोधरा ने ही मुख्य रुप से संपत्ति पर दावा ठोका है, सबसे बड़ी बहन उषा राजे नेपाल में शादी के बाद वहीं बस गई, वो नेपाल में राजघराने की बहू है, उनके पास खुद अच्छी खासी प्रॉपर्टी है, कुछ ऐसा ही बसुंधरा राजे के साथ भी है, उनकी शादी धौलपुर राज घराने में हुई है, लेकिन सबसे छोटी बहन यशोधरा की शादी एक लंदन बेस्ड डॉक्टर से हुई थी, बाद में दोनों का तलाक हो गया, जिसके बाद यशोधरा एमपी वापस लौट गई, वर्तमान में वो बीजेपी की विधायक हैं।

विवाद की कहानी
दरअसल इस विवाद की कहानी को समझने के लिये ग्वालियर राजघराने को इतिहास को जानना होगा, एमपी की राजनीति में सिंधिया परिवार का हमेशा से दखल रहा है,  कहा जाता है कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया और बेटा माधव राव सिंधिया के बीच ही मतभेद हो गये थे, दोनों के रिश्ते इतने खराब हो गये थे कि ग्वालियर के जयविलास पैलेस में रहने के लिये मां ने बेटे से 1 रुपये साल का किराया भी मांग लिया था, बेटे से मां इतनी नाराज थीं, कि 1985 में लिखी वसीयत में उन्होने माधवराव को अपने अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने देने की बात कही थी, हालांकि राजमाता का अंतिम संस्कार बेटे माधवराव ने ही किया था।