ज्योतिरादित्य सिंधिया का छलका दर्द, कमलनाथ सरकार की खोल दी पोल
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले एक साल से एमपी सरकार में युवाओं की बातें नहीं सुनी जा रही थीं।
New Delhi, Mar 18 : एमपी में इन दिनों जारी राजनीतिक घमासान चरम पर है, कमलनाथ सरकार के दावे और विपक्ष के ताबड़तोड़ हमले के बीच कड़ियां उलझती जा रहा है, हालांकि ये तो सभी जानते हैं कि सियासी उठापटक की शुरुआत ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद शुरु हुई, अब तक कई लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर क्या वजह रही कि सिंधिया को कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाना पड़ा, खुद ज्योतिरादित्य ने एक इंटरव्यू में इस सवाल पर खुलकर बात की है।
ये है कांग्रेस छोड़ने की वजह
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले एक साल से एमपी सरकार में युवाओं की बातें नहीं सुनी जा रही थीं, सरकार में भ्रष्टाचार व्याप्त था, साथ ही 10 दिनों से किसानों का कर्जमाफी का वायदा करने वाली सरकार 16 महीने बीत जाने के बाद बी अपना वादा पूरा नहीं कर पाई, सिंधिया ने कहा कि इन्हीं वजहों के चलते उन्हें कांग्रेस छोड़ने पर विवश होना पड़ा। सिंधिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार में आने से पहले कांग्रेस पार्टी ने जो जनता से वायदे किये थे, उसे एक साल बाद भी पूरा नहीं किया गया, यही वजह है कि मैंने पार्टी छोड़ दी।
बीजेपी में महाराज का स्वागत
कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीते 11 मार्च को बीजेपी की सदस्यता ले ली, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की मौजूदगी में उन्होने पार्टी ज्वाइन किया, बीजेपी ज्वाइन करने के बाद सिंधिया ने पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा को धन्यवाद भी कहा था।
राज्यसभा उम्मीदवार
सिंधिया के बीजेपी ज्वाइन करने के एक घंटे बाद ही उन्हें राज्यसभा के लिये उम्मीदवार घोषित कर दिया गया, कहा जा रहा कि अगले महीने अप्रैल में उन्हें मोदी सरकार में मंत्री पद भी दिया जा सकता है, सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।