कोरोना ने हमें सबूत सहित बता दिया है कि हम किस तरह बारूद के ढेर पर चादर ताने सो रहे थे

वे लोग बड़े मासूम हैं जो सोचते हैं कि चीन कबूल कर लेगा कि उसी ने पूरी दुनिया में कोरोना फैलाया है।

New Delhi, Apr 05 : भारत में कोरोना संक्रमण के 3000 से अधिक मामले कन्फर्म हो चुके हैं और संभवतः हम एक बड़े खतरे की ओर धकेले जा चुके हैं, लेकिन इस खतरे को हमें हर हाल में नाकाम करना है। ऐसे में इन 9 बातों को 9 दीपों की तरह अपने हृदय में जला लीजिए।
1. वे लोग बड़े मासूम हैं जो सोचते हैं कि चीन कबूल कर लेगा कि उसी ने पूरी दुनिया में कोरोना फैलाया है और अगर वह ऐसा कबूल नहीं करेगा, तो उसे क्लीन चिट दे दिया जाएगा।

Advertisement

2. वे लोग भी बड़े मासूम हैं जो सोचते हैं कि तबलीगी जमात कबूल कर लेगी कि उसने जान बूझकर भारत में महामारी फैलाने की साज़िश रची और अगर वह ऐसा कबूल नहीं करेगी, तो उसे क्लीन चिट दे दिया जाएगा।
3. दुनिया भी महसूस कर रही है कि चीन ने क्या किया है। और हम भी महसूस कर रहे हैं कि चीन के बाद हमारे यहां तब्लीगियों ने क्या किया है।
4. सैंकडों आतंकवादी घटनाएं भुलाई जा सकती हैं, लेकिन तब्लीगियों की इस राक्षसी करतूत को नहीं भुलाया जा सकता, क्योंकि यह पाप की पराकाष्ठा है।

Advertisement

5. जिन लोगों ने तब्लीगियों की इस हरकत का बचाव किया है, या इसपर चुप्पी साध ली है, या इसकी जिम्मेदारी किसी और पर डालने का प्रयास किया है, उन्हें भी नहीं भुलाया जाएगा। उनके कथित लिबरल और सेक्युलर मुखौटे के पीछे छिपे कट्टर धर्मांध पापी आतंकवादी को भी हमने पहचान लिया है।
6. हर आतंकवादी घटना के बाद सरकार और खुफिया एजेंसियों पर विफलता के आरोप लगाए जा सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि आतंकवादियों को उनकी गलती की सज़ा नहीं दी जाती।

Advertisement

7. कोरोना ने हमें सबूत सहित बता दिया है कि हम किस तरह बारूद के ढेर पर चादर ताने सो रहे थे।
8. अगर हम जैसे लोकतांत्रिक, सहिष्णु, मानवतावादी, धैर्यवान और सर्वजन समभाव रखने वाले लोगों में भी यह राय बन गई है, तो सोच लीजिए कि पापियों के दिन पूरे हुए। शिशुपाल की सौ गलतियां पहले ही माफ की जा चुकी हैं।
9. कोरोना से तो भारत उबरेगा ही, और इस संकल्प को बल देने के लिए आज हम 9 बजे 9 मिनट तक दीपक भी ज़रूर जलाएंगे।

(वरिष्ठ पत्रकार अभिरंजन कुमार के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)