रामायण की मंथरा को पहले शॉट के मिले थे सिर्फ 18 रुपए, फिर एक हादसा हुआ और सब बदल गया
टीवी पर रामायण भी देखी जा रही है और इसके कलाकार भी चर्चा में हैं । इसी कड़ी में आज मंथरा यानी ललिता पंवार के बारे में कुछ रोचक जानिए ।
New Delhi, Apr 10 : रामायण का एक किरदार जिसके लिए हर किसी के हृदय में नफरत जरूर है, जी हां पहला तो रावण और दूसरा मंथरा । मंथरा, कैकयी की वो दासी थी जिसने उन्हें बहुत ही नाजुक समय में भड़काया, राम के राजा बनने पर उसके हृदय में बेटे भरत के लिए असुरक्षा का भाव पैदा कराया । टीवी सीरियल रामायण में ये किरदार फिल्मों में काम करने वाली मशहूर कलाकार ललिता पंवार ने निभाया था । उनके बारे में कुछ बातें बहुत ही रोचक हैं ।
इंदौर में जन्मीं ललिता पवार
ललिता पंवार का जन्म 18 अप्रैल 1916 को नासिक के एक धनी व्यापारी लक्ष्मणराव सगुन के घर में हुआ था । लेकिन उनका जन्म स्थान इंदौर बताया जाता है । वो फिल्मों में बतौर बाल कलाकार दाखिल हुई थीं । पहले शॉट और पहली फिल्म के लिए 18 रुपए मिले थे । इस मूक फिल्म का नाम था ‘पतित उद्धार’ । इसके बाद 1942 में आई फिल्म ‘जंग-ए-आजादी’ के सेट पर शूटिंग के दौरान हुए हादसे में ललिता की एक आंख में चोट लग गई, उनका हिरोइन बनने का सपना टूट गया ।
सेट पर हुए हादसे से बदली जिंदगी
एक फिल्म सीन के दौरान एक्टर भगवान दादा को ललिता पवार को एक थप्पड़ मारना था । ये थप्पड़ इतनी जोर का पड़ा कि ललिता पवार वहीं गिर पड़ीं । उनके कान से खून बहने लगा । सेट पर ही इलाज शुरू हो गया । लेकिन इलाज में डॉक्टर से हुई गलती का नतीजा से निकला कि उन्हे एक हिस्से में लकवा मार गया, उनकी दाहिनी आंख पूरी तरह सिकुड़ गई ।
वैम्प के किरदार किए
ललिता पवार लकवे से तो उबर गईं लेकिन आंख पूरी तरह खराब हो गई । वो फिल्मों में वैम्प वाले किरदार करने लगीं । लोग तो उनके किरदार की मिसालें देने लगे और लड़कियों को सजा देकर कहा जाने लगा कि उन्हें ललिता पंवार जैसी सास मिले । 1990 में ललिता पवार को जबड़े का कैंसर हुआ, 8 साल इस बीमारी से जूझते हुए 24 फरवरी 1998 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया । रामायण में निभया उनका मंथरा का किरदार आज भी उनके गजब के अभिनय की मिसाल है ।