प्रेमिका के चक्कर में अपराधी बना PCS अधिकारी का बेटा, लूटी कार, पुलिस पर फायरिंग

बदमाशों द्वारा फायरिंग करने के बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया, जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी, तो दूसरे बदमाश को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया।

New Delhi, Apr 26 : कुछ दिनों पहले केजीएमयू के प्रोफेसर डॉ. विजय कुमार सिंह को गोली मारकर उनकी कार लूटने वाले आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है, आरोपियों में लखनऊ में तैनात एक वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी का बेटा भी शामिल है, अपराध शाखा और स्थानीय पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, एक आरोपित के पैर में गोली लगी है, पुलिस ने बताया कि प्रेमिका को गिफ्ट करने के लिये कार लूट की घटना को अंजाम दिया गया था।

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पुलिस पर फायरिंग कर दी
लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने जानकारी दी, कि शनिवार रात करीब साढे आठ बजे सुशांत गोल्फ सिटी के पास बिना नंबर की कार को पुलिस ने चेकिंग के दौरान रोकने की कोशिश की, तो कार में बैठे बदमाशों ने पुलिस पर ही फायरिंग कर दी, पुलिस ने घेराबंदी कर कार को रोका, तो उसमें बैठे बदमाशों ने फायरिंग कर भागने की कोशिश की।

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जवाबी कार्रवाई
बदमाशों द्वारा फायरिंग करने के बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया, जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी, तो दूसरे बदमाश को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया, पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गोली लगने से घायल बदमाश का नाम आयुष सिंह उर्फ आयुष रावत है, जबकि दूसरे गिरफ्तार बदमाश का नाम यथार्थ सिंह उर्फ यश ठाकुर है, बदमाशों से 20 अप्रैल की रात सुशांत गोल्फ सिटी से केजीएमयू के डॉ. वीके सिंह की लूटी हुई वेंटो कार बरामद की गई है।

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प्रेमिका को गिफ्ट करने के लिये लूटी थी कार
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक यश ठाकुर के पिता वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी हैं, वो वक्फ बोर्ड में तैनात हैं, पूछताछ में ये खुलासा हुआ है कि प्रेमिका को कार गिफ्ट देने के लिये इस लूट की घटना को अंजाम दिया गया था, एसीपी कृष्णानगर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि यथार्थ कृष्णानगर कोतवाली थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत वांछित था, जिसकी पुलिस पहले से तलाश कर रही थी, मुठभेड़ में एसीपी क्राइम आलोक सिंह, एसीपी कृष्णानगर दीपक कुमार और इंस्पेक्टर अजय त्रिपाठी तथा दरोगा सुधीर अवस्थी शामिल थे, पुलिस कमिश्नर ने टीम को 25 हजार रुपये ईनाम की घोषणा की है।

पीसीएस अधिकारी ने उठाये सवाल
दूसरी ओर पीसीएस अधिकारी नरेन्द्र सिंह ने यूपी पुलिस के मुठभेड़ को फर्जी कहा है, उन्होने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने घर से उठाकर इस घटना को अंजाम दिया है, नरेन्द्र सिंह ने पूरे मामले में जांच की मांग करते हुए एक शिकायत पत्र भी दिया है।