ममता बनर्जी ने लॉकडाउन को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, दिख रहा है पीके इफेक्ट

ममता बनर्जी ने कोरोना पर काबू के लिये लागू किये गये लॉकडाउन की वजह से राज्य से बाहर फंसे लोगों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया, उन्होने कहा कि उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

New Delhi, Apr 28 : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, उन्होने केन्द्र सरकार के लॉकडाउन लागू करने पर विरोधाभासी बयान दिया है, उन्होने दुकानों के खुलने पर गृह मंत्रालय के हाल के आदेश पर स्पष्टता मांगी है, ममता दीदी ने दावा किया कि मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पीएम मोदी ने कई राज्यों को बारी-बारी वाली व्यवस्था की वजह बोलने नहीं दिया गया, इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में केन्द्रीय दल भेजने की आवश्यकता समेत कई प्रश्न उठाये।

Advertisement

विरोधाभासी बयान
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार लॉकडाउन पर विरोधाभासी बयान दे रहा है, उनके बयान में स्पष्टता नहीं है, हम लॉकडाउन के पक्ष में हैं, लेकिन केन्द्र सरकार एक ओर तो लॉकडाउन लागू करने पर जोर देता है, लेकिन दूसरी ओर दुकानों को खोलने का आदेश भी देता है, उन्होने कहा कि यदि दुकानें खुलती है, तो आप कैसे लॉकडाउन लागू करेंगे, मैं सोचती हूं, कि केन्द्र को स्पष्टता के साथ सामने आना चाहिये।

Advertisement

हरसंभव मदद करेंगे
इससे पहले ममता बनर्जी ने कोरोना पर काबू के लिये लागू किये गये लॉकडाउन की वजह से राज्य से बाहर फंसे लोगों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया, उन्होने कहा कि उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है, वो व्यक्तिगत रुप से इन प्रयासों की निगरानी कर रही हैं, ममता बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि राजस्थान को कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरु कर दी गयी है, वो जल्द से जल्द अपने घरों में होंगे।

Advertisement

असहाय महसूस करने की जरुरत नहीं
ममता बनर्जी ने जोर देते हुए कहा कि जब तक वो सीएम है, पश्चिम बंगाल के कहीं भी फंसे लोगों को असहाय महसूस करने की जरुरत नहीं है,  उन्होने ट्वीट कर लिखा, पश्चिम बंगाल सरकार लॉकडान के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे बंगाल के लोगों को घर लाने में हरसंभव मदद करेगी, मैंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है, कि वो जरुरतमंदों की मदद करें, जब तक मैं यहां हूं, बंगाल के किसी भी निवासी को असहाय महसूस नहीं करना चाहिये, इस मुश्किल की घड़ी में मैं उनके साथ हूं।