ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत को पचा नहीं पा रही कांग्रेस, फिर छलका दर्द

एमपी में लगातार अपनी अनदेखी से नाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, वो बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।

New Delhi, May 02 : पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पार्टी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से नाता तोड़ चुके हैं, कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होकर सिंधिया ने अपने कद का एहसास प्रदेश कांग्रेस नेता को करा दिया है, लेकिन लगता है कि कांग्रेस सिंधिया को माफ करने के मूड में बिल्कुल भी नहीं दिख रही है, कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाने का मूड बना रही है, इसके लिये बकायदा पूरा प्लान तैयार किया गया है।

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गाने की रिकॉर्डिंग
इंडियन एक्सप्रेस की रिकॉर्डिंग के मुताबिक कांग्रेस ने सिंधिया की बगावत पर निशाना साधते हुए एक गाने की रिकॉर्डिंग करवाई है, जिसमें उनके पार्टी को धोखा देने ने की बात कही जा रही है, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस रिकॉर्डेड गाने को प्रदेश के 25 संसदीय क्षेत्रों में सुनाया जाएगा, ताकि लोगों को याद दिलाया जा सके, पार्टी ने उन्हें क्या दिया और उन्होने पार्टी के साथ क्या सलूक किया, एमपी कांग्रेस को बार-बार सत्ता से बेदखल होना और सिंधिया के जाने का दर्द सता रहा है।

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वो किसी के दोस्त नहीं, जो छोड़ गये साथ
दरअसल सिंधिया की नाराजगी का खामियाजा कमलनाथ सरकार को सत्ता गंवा कर भोगना पड़ा, इस गाने में कहा गया है कि इस तरह का धोखा देने वाला कभी महाराज नहीं कहा जा सकता, उन्होने खिलाने वाले हाथ को ही काट दिया, साथ ही ये भी कहा गया, कि जो लोग साथ छोड़ गये हैं, वो किसी के दोस्त नहीं हैं, प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की तैयारी कर रहे कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस गाने का उद्देश्य सिंधिया की छवि पर प्रहार करना है।

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गरमाई प्रदेश की सियासत
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने की वजह से मध्य प्रदेश की सियासत 180 डिग्री घूम गई है, इस कारण कांग्रेस सरकार को इस्तीफा देना पड़ा, जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके हैं, शिवराज कैबिनेट में सिंधिया के करीबियों को जगह दी गई है।

11 मार्च को बीजेपी में शामिल
आपको बता दें कि एमपी में लगातार अपनी अनदेखी से नाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, दो दिन बाद ही 11 मार्च को उन्होने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली थी, सिंधिया के साथ 22 विधायक भी बीजेपी में शामिल हुए हैं, राहुल गांधी ने सिंधिया को इकलौता दोस्त बताया था, जो कभी भी नहीं बताये उनके घर आ सकते हैं, हालांकि इन बातों का भी कुछ खास असर नहीं हुआ।