रोमांच छोड़ इन तीन संकटों से मुकाबला करे मोदी सरकार, सुब्रमण्यम स्वामी की नसीहत
सुब्रमण्यम स्वामी को इकॉनमी का जानकार माना जाता है, बीजेपी में होने के बावजूद वो खुलकर समय-समय पर सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलते रहते हैं।
New Delhi, May 03 : बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट के जरिये मोदी सरकार को तीन स्तर पर संकट से निपटने की सलाह दी है, उन्होने 30 अप्रैल को ट्विटर पर लिखा, तीन स्तरों पर संकट है, जिनसे निपटने की सख्त जरुरत है, पहला नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सांप्रदायिक उकसावे पर हिंसक आंदोलन के बाद पैदा हुए हालात, दूसरा वित्त मंत्रालय के नौसिखियों की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत, तीसरा कोरोना महामारी, ट्वीट में आगे लिखा गया है कि मोदी सरकार को एयर इंडिया को बेचने जैसे रोमांच से बाहर निकलकर इन तीनों मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान देने की जरुरत है।
नागरिकता संशोधन कानून
मालूम हो कि पिछले साल नागरिकता संशोधन कानून के संसद में पास होने के बाद जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमें दर्जनों लोगों की जान गई, कोरोना से पहले सीएए देश में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना रहा, अब इस महामारी की वजह से देश में लॉकडाउन जारी है, जिसकी वजह से लाखों करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है, कोरोना की वजह से विकास दर भी कई सालों के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
अर्थव्यवस्था को नुकसान
वैश्विक रिसर्च और ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस ने कहा कि चालू फाइनेंसियल ईयर में देश की जीडीपी घटकर -0.4 फीसदी पर जा सकती है, इससे पहले चालू साल में विकास दर 2.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था, माना जा रहा है कि इससे बेरोजगारी की समस्या बढेगी, जिससे सरकार के साथ-साथ लोग भी परेशान होंगे।
समय-समय पर करते हैं आलोचना
आपको बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी को इकॉनमी का जानकार माना जाता है, बीजेपी में होने के बावजूद वो खुलकर समय-समय पर सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलते रहते हैं, रघुराम राजन जब आरबीआई के गवर्नर थे, तो स्वामी ने उनके खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया था, इसके साथ ही बतौर वित्त मंत्री अरुण जेटली की भी आलोचना करते रहते थे।