कोरोनावायरस का अगला Epicenter रूस ? एक दिन में आए ऐसे डराने वाले आंकड़े, पुतिन की चिंता बढ़ी

अमेरिका के बाद लगता है रूस में कोरोना से तबाही मचनी तय है, एक ही दिन में आए हजारों मामलों ने बीमारी को लेकर रूस की तैयारियों में सेंध लगा दी है ।

New Delhi, May 04 : चीन, अमेरिका, स्पेन, इटली के बाद कोरोनावायरस का अगला एपिसेंटर रूस नजर आ रहा है । ऐसा इसलिए कहना संभव हो रहा है क्‍योंकि पिछले 24 घंटों में देश से आए आंकड़े चौंकाने वाले हैं । रविवार को रूस में कोरोना के अब तक के सबसे ज्‍यादा मामले सामने आने से सनसनी फैल गई है । यहां एक दिन में 10633 कोरोना के केसेज सामने आए हैं, रूस में कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या देश के मुखिया की चिंता बढ़ाने वाली है ।

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सातवें नंबर पर रूस
दुनिया में कोरोनावायरस के मामलों के बीच रूस अभी सातवें नंबर पर है, रूस में रविवार को आए लगभग 11 हजार मामलों के बाद यहां कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्‍या 134,687 हो गई है । रूस में अब तक इस बीमारी से 1280 लोगों की मौत हो चुकी है । हालांकि ये आंकड़ा अमेरिका, स्पेन, इटली जैसे देशों की तुलना में कम है लेकिन रविवार को रूस में 58 लोगों की मौत कोरोना वायरस के चलते हुई है, जिसके बाद से समस्‍या यहां नया रूप लेती नजर आ रही है ।

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राजधानी की हालत खराब
कोरोनावायरस से सबसे ज्‍यादा प्रभावित रूस की राजधानी मॉस्को हुई है, यहां सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के मरीज हैं । मेडिकल फेसिलिटी    भी चरमरा रही है, आंकड़े बता रहे हैं कि मॉस्को में हर दिन करीब 1700 लोग भर्ती हो रहे हैं । मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने शनिवार को अपने बयान में कहा था कि हम सबको अभी बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि कोरोना वायरस से बचे रहें । हमारे यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या जरूर कम है, लेकिन संक्रमण तेजी से फैल रहा है ।

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2 फीसदी लोगों की टेस्टिंग
मेयर सर्गेई ने जानकारी देते हुए कहा कि राजधानी में अभी 2 फीसदी यानी करीब 2.50 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है । सिर्फ रविवार को ही मॉस्‍को से 5948 कोरोना मरीज सामने आए थे, जिससे शहर में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 68,606 हो गई है । मॉस्को में लॉकडाउन है और इसका सख्ती से पालन किया जा रहा है । खुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देशवासियों को चेतावनी दी है कि महामारी का सबसे बुरा दौर अभी बाकी है, इसलिए घर में रहें सुरक्षित रहें । मॉस्‍को में करीब 1.20 करोड़ लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं ।

रूस के प्रधानमंत्री हुए संक्रमित
इस हफ्ते ही रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर आई थी, शुक्रवार दूसरे वरिष्ठ मंत्री व्लादिमीर याकुशेव भी कोरोना वायरस से बीमार हो गए । रूस में लगातार कोरोना वायरस के मामले लबातर बढ़ रहे हैं । सरकार अपना काम कर रही है, देश में कोरोना टेस्ट कराने की संख्या को बढ़ाकर 40 हजार प्रतिदिन कर दिया गया है, लेकिन जो लोग कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं, उनमें लक्षण तक दिखाई नहीं दे रहे हैं, इस बीमारी से निपटने में यह एक बड़ी चुनौती है ।

मुश्किल में देश
व्लादिमीर पुतिन भी सह मान चुके हैं कि कोरोनावायरस संक्रमण अगर फैल जाए तो उसके आगे सब कुछ बेबस हो सकता है, उनके यहां प्रोटेक्टिव किट की बेहद कमी है । कुछ समय पहले पुतिन खुद मॉस्को के एक अस्पताल में दौरा करने गए थे, तब उन्होंने पीले रंग की प्रोटेक्टिव किट पहनी हुई थी । बहरहाल लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण ना दिखना चिंता का सबब है, ऐसे में कौन कोरोना का कैरियर हो ये बता पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है । आने वाले दिनों में ये समस्‍रूा बढ़ सकती है ।