5000 टन के दो टैंकों से लीक हुई जहरीली गैस, नींद में थे हजारों, जानिए क्‍या था लीकेज का कारण

विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव में गुरुवार सुबह कोहराम मच गया, लोग नींद से उठे तो जहरीली हवा के कारण बेहोश होने लगे । क्‍या रहा इसका कारण लगभग पता चल गया है ।

New Delhi, May 07: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 7 मई की तारीख हर साल एक मनहूस दिन की तरह याद की जाएगी । गुरुवार सुबह ही इस शहर के एक क्षेत्र में स्थित एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में गैस लीक होने के कारण कई लोग प्रभावित हुए । हादसे में 11 लोगों की मौत हो चुकी है, 300 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं तो वहीं 5000 से ज्यादा लोगों के बीमार होने की खबर है । बताया जा रहा है कि ये गैस कंपनी के 5,000 टन के दो टैंकों से लीक हुई है ।

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लॉकडाउन के कारण बंद थी फैक्‍ट्री
गैस लीक के कुछ कारणों में से एक कारण ये माना जा रहा है कि गैस का रिसाव गर्मी के कारण हुआ । बताया जा रहा है कि यह फैक्ट्री   मार्च से ही बंद थी, कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन के चलते फैक्‍ट्री को बंद रखा गया था । जिसके चलते कैमिकल रिएक्शन हो गया । इन टैंकों के अंदर गर्मी बनी जिसकी वजह से रिसाव होने लगा ।

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दूसरा कारण
जबकि एक वजह ये बताई जा रही है कि क्‍योंकि लॉकडाउन में अब ढील के चलते कई कंपनी में काम शुरू होना था, इसके लिए फैक्‍ट्री के इस प्‍लांट को भी खोला जाना था । आज से यहां काम शुरू होता लेकिन उससे पहले ही टैंकों के वॉल्‍व खराब होने के चलते गैस का रिसाव होना शुरू हो गया । गड़बड़ी ये हुई कि रिसाव के बाद सुरक्षा अलार्म नहीं बजे, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया ।

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लोगों को हो रही है दिक्‍कत
मामले में अधिकारियों ने बताया कि यह संयंत्र गोपालपट्टनम इलाके में स्थित है । इलाके के लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत होने लगी थी । इलाके की तस्‍वीरें भयावह हैं, सुबह जब लोग घरों से बाहर निकलें तो वो बेहोश होने लगे । सड़कों पर एंबुलेंस दौड़ रहीं थीं, लोग मदद को पुकार रहे थे । इलाके के कई घर जिनके दरवाजे नहीं खुले थे वहां अंदर जाकर चेक किया जा रहा था ।

प्रधानमंत्री ने की प्रार्थना
आपको बता दें मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश सरकार से संपर्क साधा और पूरा मामला जाना । लोगों की सुरक्षा तथा कुशल क्षेम की प्रार्थना की । प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि उन्होंने हालात के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से बात की है । उन्होंने बताया कि स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है ।