Categories: दिलचस्प

उधार के 500 रुपए से खड़ा कर दिया करोड़ों का बिजनेस, एक साधारण महिला के साधारण से Idea का कमाल

कोरोना काल में हर तरफ से आ रही नेगेटिव खबरें परेशान कर रही हैं तो ये सक्‍सेस स्‍टोरी आपको जोश से भर देगी । जहां चाह वहां राह की कहावत को सच करती ये सफलता की कहानी जरूर पढ़ें ।

New Delhi, May 25: ये बात सही है कि व्‍यवसाय करना हर किसी के बस की बात नहीं, आइडिया अनोखे तो सबके पास होते हैं लेकिन सफल्‍ता के लिए अनोखा होना ही काफी नहीं है । बहुत ही साधारण से विचार भी जब पूरी लगन से हकीकत की जमीन पर लाए जाते हैं तो कामयाबी मिलनी तय होती है । ये कहानी एक ऐसी ही महिला की, जो मुठ्ठी भर उधार के रुपए लेकर गांव से निकली थी लेकिन कुछ कर दिखाने की ललक ने उन्‍हें उस मुकाम पर पहुंचा दिया जहां वो सैंकड़ो और हाथों को रोजगार देने में कामयाब रही हैं ।

कृष्‍णा यादव से मिलिए ?
ये कहानी है कृष्‍णा यादव की, एक आम सी महिला । उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली कृष्णा यादव और उनका परिवार साल    1995-96 के समय बहुत ही बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा था । पति मानसिक रूप से बीमार हो गए तो परिवार की जिम्‍मेदारी उनके कंधों पर आ गई । इस कठिन दौर में उन्‍होने दिल्‍ली का रुख किया, एक जानकारी से 500 रुपए उधार लिए और देश की राजधानी में कदम रखा । लेकिन अनजान शहर में काम मिलना इतना भी आसान नहीं था ।

मिली उम्‍मीद की किरण
काम की तलाश जब कहीं पूरी नहीं हुई तो मजबूरी में उन्होंने कमांडेट बीएस त्यागी के खानपुर स्थित रेवलाला गाँव के फार्म हाउस की देख रेख की नौकरी करनी शुरू कर दी । ये काम ही कृष्‍णा यादव के बिजनेस आइडिया की नींव बनी । इस फार्म हाउस में बेर और करौंदे के बाग लगाए गए थे, जिनकी उस दौरान बाज़ार में अच्छी कीमत मिलती थी । वैज्ञानिकों की सलाह पर कमांडेट त्यागी ने मूल्य संवर्धन और खाद्य प्रसंस्करण तकनीक को समझा । फार्म हाउस में काम करते हुए कृष्णा को भी खेती से लगाव होता चला गया, साल 2001 में उसने कृषि विज्ञान केंद्र, उजवा में खाद्य प्रसंस्करण तकनीक की 3 महीने की टेनिंग ली ।

3000 रुपए से बिजनेस की शुरुआत
इस ट्रेनिंग के बाद ही कृष्‍णा देवी ने अचार व्‍यवसाय में हाथ जमाने के बारे में सोचा और 3000 रुपये लगाकर 100 किलो करौंदे का अचार और पांच किलो मिर्च का अचार तैयार किया । अचार बेचकर मुनाफा भी कमाया । ये मुनाफा बड़ी सफलता तो नहीं रहा लेकिन आगे की राह तय करने के लिए काफी था । कृष्‍णा यादव को इसके बाद भी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । उनके पति ने भी उनका भरपूर साथ दिया । कृष्णा अपने घर पर सारा माल तैयार करने लगीं, करौंदा कैंडी एक नया उत्‍पाद था । कृष्‍णा के पति नजफगढ़ में सड़कों के किनारे ठेले लगा कर इसे बेचा करते ।

धीरे –धीरे बढ़ा व्‍यवसाय
उन दिनों की मेहनत का कमाल है कि आज श्रीमती कृष्णा यादव ‘श्री कृष्णा पिकल्स’ ब्रांड की मालकिन हैं । चटनी, आचार, मुरब्बा समेत कुल 87 प्रकार के उत्पाद तैयार करती हैं । सैकड़ों हाथों को रोजगार देती हैं । 8 मार्च 2016 को भारत सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कृष्णा को नारी शक्ति सम्मान के लिए भी चुना । सच ही है, इच्‍छा शक्ति हो तो कोई कुछ भी कर सकता है । एक साधारण सा आइडिया भी आपको सफलता के ऊंचे मुकाम पर पहुंचा ही देता है ।

Read Also: पत्नी से 50 हजार उधार लेकर शुरू किया था बिजनेस, आज करोंड़ों की कंपनी का मालिक है ये शख्‍स

Leave a Comment

Recent Posts

इलेक्ट्रिशियन के बेटे को टीम इंडिया से बुलावा, प्रेरणादायक है इस युवा की कहानी

आईपीएल 2023 में तिलक वर्मा ने 11 मैचों में 343 रन ठोके थे, पिछले सीजन…

10 months ago

SDM ज्योति मौर्या की शादी का कार्ड हुआ वायरल, पिता ने अब तोड़ी चुप्पी

ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ ने कहा कि जिस शादी की बुनियाद ही झूठ पर…

10 months ago

83 के हो गये, कब रिटायर होंगे, शरद पवार को लेकर खुलकर बोले अजित, हमें आशीर्वाद दीजिए

अजित पवार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा आप 83 साल…

10 months ago

सावन में धतूरे का ये महाउपाय चमकाएगा किस्मत, भोलेनाथ भर देंगे झोली

धतूरा शिव जी को बेहद प्रिय है, सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा…

10 months ago

वेस्टइंडीज दौरे पर इन खिलाड़ियों के लिये ‘दुश्मन’ साबित होंगे रोहित शर्मा, एक भी मौका लग रहा मुश्किल

भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डोमनिका में खेला जाएगा,…

10 months ago

3 राशियों पर रहेगी बजरंगबली की कृपा, जानिये 4 जुलाई का राशिफल

मेष- आज दिनभर का समय स्नेहीजनों और मित्रों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा ऐसा गणेशजी…

10 months ago