भारत में  ‘मेड इन चाइना बहिष्‍कार’ से बौखलाया चीन, बोला- ऐसा कर ही नहीं सकते

कोरोना वायरस को दुनिया में फैलाने का आरोप झेल रहा चीन अब खीझ पर उतर आया है, भारत में मेड इन चाइना सामान का बहिष्‍कार करने की बात पर डरा हुआ चीन हमें ही हेकड़ी दिखा रहा है ।

New Delhi, Jun 08: भारत में पिछले कुछ समय से चीनी सामान के बहिष्‍कार के अभियान चल रहे हैं । कोरोना फैलाने का आरोप झेल रहे चीन को बॉयकॉट करने की खबरें दुनिया भर से आ रही हैं । चीन के लिए भारत उसके सामान का सबसे बड़ा बाजार है, ऐसे में भारत में चल रही मुहिम का असर उस पर साफ नजर आ रहा है । वो गीदड़भकी दे रहा है और कह रहा है कि भारतीय मुश्किल से ही चीन के सामानों का बायकॉट कर सकते हैं ।

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बायकॉट पर चीनी सरकार का रुख
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में लद्दाख के समाजसेवी सोनम वांग्चुक पर भी निशाना साधा गया है । इस अखबार का यहां तक दावा है कि भारतीयों के लिए चीन के सामान का बहिष्कार करना संभव नहीं है । चीन के डर को दिखाती ये खबर उसी अखबार में छपी है जो दुनियाभर में चीन का झूठ फैलाने के लिए माहिर है । साफ लग रहा है कि चीन, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की लोकल के लिए वोकल वाली अपील से डर गया है ।

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डर गया है चीन
ग्लोबल टाइम्स में लिखे लेख के अनुसार – “भारत में चीन विरोधी सुर भारत के राष्ट्रवादियों के लगातार चीन के खिलाफ बयानबाजी का है । जो चीन बहिष्कार की बातें हो रही है । चीनी सामान का विरोध करना बहुत मुश्किल है वो भी तब जब वो व्यापक तौर पर भारतीयों की जिंदगी से जुड़े हैं, इन्हें बदला नहीं जा सकता।” चीन का डर इस बात से जाहिर है कि उसने आत्मनिर्भर भारत का मंत्र देने वाले लद्दाख के मशहूर सोनम वांग्चुक का जिक्र भी किया है ।

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वांगचुक ने की है अपील
शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे सोनम वांग्चुक ने ही भारत-चीन सीमा पर तनातनी के बीच बुलेट की जगह वॉलेट से चीन को सबक सिखाने की सलाह दी है । सोनम वांग्चुक की लाइफ पर बनी फिल्‍म 3 इडियट्स से उनका चरित्र साफ नजर आता है । बीते दिनों उन्‍होने सोशल मीडिया पर चीन के सामान और एप्स का विरोध करते हुए वीडियो बनाकर शेयर किए थे, जो कि लोगों के बीच खूब वायरल हुए ।

भारत और चीन के बीच व्यापार संबंध
दरअसल चीन जानता है कि अगर भारत में उसके सामान का बायकॉट होने लगा तो उसे झटका लग सकता है । लेकिन भारत तो व्‍यापार संबंध में चीन से हमेशा घाटा ही खाता राहा है । साल 2018-19 में भारत ने जहां चीन से 4.92 लाख करोड़ का सामान आयात किया तो वहीं बदले में भारत ने चीन को सिर्फ 1.17 लाख करोड़ का सामान निर्यात किया । यानी भारत को सीधे तौर पर 3.75 लाख करोड़ का व्यापार घाटा हुआ । कोरोना काल में संभव है कि इस पर भी सोचा जाए । पूरी दुनिया चीन से नाराज है और दुनिया भर के देश भारत में निवेश करना चाहते हैं । हो सकता है चीन के इस गुमान के दिन अब पूरे हो चुके हों ।