येदियुरप्पा की मेहनत ला रही रंग! कोरोना से जंग में सबसे आगे कर्नाटक, ये है असली वजह

78 वर्षीय सीएम येदियुरप्पा के काम की हर तरफ तारीफ हो रही है, यहां तक कि विपक्ष के लोग भी उनकी सराहना कर रहे हैं।

New Delhi, Jun 15 : कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु के आसमान में शनिवार सुबह बादल छाये थे, मौसम सुहावना था, इसी बीच प्रदेश के सीएम बीएस येदियुरप्पा सुबह के नाश्ते के लिये मशहूर मवाल्ली टिफिन रुम पहुंचे, जिसे लोग एमटीआर के नाम से भी जानते हैं, येदियुरप्पा के साथ राजस्व मंत्री आर अशोक और बंगलुरु दक्षिणी से सांसद तेजस्वी सूर्या भी मौजूद थे, यहां पहुंचकर इन नेताओं ने आम लोगों को ये संदेश देने की कोशिश की, कि अगर कोरोना काल में भी आप पूरी सुरक्षा के साथ बाहर निकलते हैं, तो फिर कोई खतरा नहीं है।

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नीति आयोग ने की तारीफ 
कुछ घंटों के बाद ही नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कोरोना संक्रमण के खिलाफ कर्नाटक सरकार की ओर से उठाये जा रहे कदमों की तारीफ की, उन्होने कहा कि अगर प्रति दस लाख लोगों की बात की जाए, तो दूसरे मेट्रो शहरों को मुकाबले बंगलुरु में बेहद कम केस हैं, हर कंफर्म केस के बाद यहां 47 कांट्रेक्ट को ट्रेस किया गया, जबकि दिल्ली में ये संख्या सिर्फ 2.1 है, इतना ही नहीं कर्नाटक ने इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले लोगों के भी बड़ी संख्या में कोरोना टेस्ट करवाये हैं।

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कर्नाटक में कम मरीज
सरकारी आंकड़े दिखाते हैं कि दूसरे राज्यों के मुकाबले कर्नाटक ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये शानदार काम किया है, शनिवार तक कर्नाटक में कोरोना के 6516 मरीज सामने आये थे, जबकि इस महामारी से राज्य में 79 लोगों की मौत हो चुकी है, इतना ही नहीं अब तक 3440 लोग ठीक होकर अपनी घर लौट चुके हैं, कर्नाटक में मौत की दर सिर्फ 1.2 फीसदी है।

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ऐसे लगा लगाम
कर्नाटक में कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के पीछे सबसे बड़ी वजह है बड़ी संख्या में लोगों के संपर्क में आने वालों को ट्रेस करना, इसके अलावा बड़े पैमाने पर कोरोना की टेस्टिंग, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के एक स्टडी के मुताबिक दूसरों के संपर्क में आने वाले लोगों की सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट कर्नाटक में हुई है, कर्नाटक में 22 जनवरी से 30 अप्रैल के बीच कोरोना मरीजों के संपर्क में आने वाले 93 लोगों की औसतन टेस्ट हुए, जबकि देश में ये संख्या सिर्फ 20 है।

सीएम ने किया कमाल
78 वर्षीय सीएम येदियुरप्पा के काम की हर तरफ तारीफ हो रही है, यहां तक कि विपक्ष के लोग भी उनकी सराहना कर रहे हैं, देश में लॉकडाउन घोषित किये जाने से पहले ही सीएम ने प्लानिंग शुरु कर दिया थी, यही वजह है कि कर्नाटक में कड़ाई से लॉकडाउन का पालन किया गया, पहले दिन से कोरोना को लेकर जागरुकता जनता तक पहुंचाई गई, इतना ही नहीं उन्होने विपक्षी पार्टियों को भी इसमें शामिल किया, खुद सीएम हर दिन कई लोगों से बातचीत करते रहे।