1 दिन में लालू की पार्टी को लगे तीन बड़े झटके, छिन सकती है राबड़ी देवी की कुर्सी

लालू की पार्टी के 5 विधान पार्षद जदयू में शामिल हो गये हैं, राजद के दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, कमरे आलम और रणविजय सिंह ने जदयू की सदस्यता ले ली है।

New Delhi, Jun 23 : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के लिये मंगलार का दिन ठीक नहीं रहा, बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजद को एक के बाद एक तीन झटके लगे, दो झटके तो एक साथ ही लगा, जबकि कुछ देर बाद ही तीसरा झटका भी लगा। आइये विस्तार से बताते हैं कि पूरा मामला क्या है।

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पहला झटका
लालू की पार्टी के 5 विधान पार्षद जदयू में शामिल हो गये हैं, राजद के दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, कमरे आलम और रणविजय सिंह ने जदयू की सदस्यता ले ली है, जदयू सचेतक रीना यादव के पत्र के आलोक में विधान परिषद ने राजद से आये जदयू के सभी सदस्यों को मान्यता दे दी है, राजद से विधान परिषद उम्मीदवारों के नाम की चर्चा शुरु होते ही विवाद भी शुरु हो गया है, पार्टी नेता पूर्व मंत्री भोला राय ने अपने समर्थकों के साथ राबड़ी देवी के आवास पर हंगामा किया। दूसरी ओर जानकारी के मुताबिक लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप भी दिल्ली में अपना कागज तैयार करवाने में जुटे हुए हैं, तेज प्रताप इस बार विधान परिषद के उम्मीदवार बनने की कोशिश में हैं, लेकिन पार्टी ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए परिवार के किसी भी सदस्य को सदन में नहीं भेजने का फैसला लिया है।

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दूसरा झटका
राजद के पांच एमएलसी के जदयू में शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि राबड़ी देवी के नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी चली जाएगी, आपको बता दें कि बिहार विधान परिषद में कुल 75 सीटें हैं, विपक्ष के नेता की कुर्सी के लिये 8 सीटें होनी चाहिये, मंगलवार को राजद के 5 एमएलसी ने राजद छोड़ जदयू का दामन थाम लिया है, इसके बाद राजद के पास सिर्फ तीन सीटें रह गई है, ऐसे में राबड़ी देवी को जल्द ही विपक्ष के नेता की कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है, बिहार विधान परिषद में अभी 29 सीटें खाली है, जिसमें 12 मनोनयन कोटा, 9 विधानसभा, 4 शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और 4 स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के हैं, वर्तमान में जदयू के 20, भाजपा के 16, राजद के तीन, लोजपा और हम के 1-1, कांग्रेस के दो और दो निर्दलीय सदस्य हैं।

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तीसरा झटका
राजद को तीसरा झटका तब लगा, जब पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, बताया जा रहा है कि वो रामा सिंह को राजद में शामिल किये जाने से नाराज हैं, फिलहाल रघुवंश बाबू पटना एम्स में भर्ती हैं, वो कोरोना से संक्रमित हैं, रिपोर्ट के अनुसार दो दिन पहले ही रामा सिंह ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही उनके राजद ज्वाइन करने की चर्चा है, रामा सिंह के साथ ही सवर्ण समाज के कुछ और नेता भी राजद में शामिल होने वाले हैं, मालूम हो कि किसी जमाने में रामा सिंह लालू प्रसाद और रघुवंश प्रसाद सिंह के कट्टर विरोधी रहे हैं, वो रघुवंश प्रसाद सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ते रहे हैं।