सचिन पायलट की बर्खास्तगी के बाद पुलिस के सामने ये चुनौती, इंटेलिजेंस रिपोर्ट के बाद हड़कंप
राजस्थान में सियासी हड़कंप के बीच आई इंटेलीजेंस की एक रिपोर्ट ने पुलिस महकमे में खलबली मचा दी है । ये रिपोर्ट प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर है । आगे पढ़ें पूरी खबर ।
New Delhi, Jul 15: राजस्थान में मचा सियासी भूचाल सचिन पायलट की बर्खास्तगी के बाद और तेज हो गया है । लेकिन इस बीच पुलिस महकमे की मुश्किल बढ़ गई है । वजह है गुर्जर बाहुल्य जिलों में कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका । जिसके चलते संभावित जिलों में डीआईजी स्तर के पुलिस अधिकारियों की तैनाती की जा रही है । अधिकारियों की तैनाती प्रदेश के दौसा जिले समेत गुर्जर बाहुल्य करौली और भरतपुर में भी की गई है । सभी को तत्काल ही जिलों में कैम्प करने के आदेश जारी किये गए हैं । अधिकारियों के साथ एक-एक आरपीएस स्तर के अधिकारी की भी तैनाती की गई है ।
कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है
बुधवार को आई इंटेलिजेंस रिपोर्ट में गुर्जर बाहुल्य जिलों में कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जताई गई है । इसी के चलते पुलिस विभाग अलर्ट पर है, साथ ही इन जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनातगी के आदेश जारी किये गए हैं । आदेश में उपमहानिरीक्षक स्तर के अधिकारियों को जिलों में लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्थित रखने के लिए तैनात किया गया है ।
अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
इंटेलिजेंस इनपुट के बाद विभाग ने त्वरित गति से अपने जिन अधिकारियों की संभावित क्षेत्रों में तैनाती की है, उनमें उपमहानिरीक्षक पुलिस (एटीएस) अंशुमन भौमिया और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लीव रिजर्व (सीआईडी सीबी) आशाराम को दौसा जिले में तैनात किया गया है । इसी तरह उपमहानिरीक्षक पुलिस (सतर्कता) सत्येंद्र सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सीआईडी सिविल राइट) हनुमानप्रसाद मीणा को करौली जिले का जिम्मा दिया गया है । आदेश के तहत पुलिस उपमहानिरीक्षक (एसओजी) विकास कुमार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएचटी) पुलिस मुख्यालय पुष्पेन्द्र सिंह सोलंकी को भरतपुर जिले में भेजा गया है । तैनाती के आदेश अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (कानून व्यवस्था) सौरभ श्रीवास्तव की ओर से जारी किए गए हैं ।
कैंप करने का आदेश, हथियारबंद जाब्ता उपलब्ध कराए जाएंगे
संभावित जिलों में आदेश के तहत नियुक्त किये गये पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि वो फौरन ही अपने – अपने क्षेत्रों में आगामी आदेश तक कैम्प करें । इसके अलावा संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी निर्देश दिये गए हैं कि वो इन पुलिस अधिकारियों को हथियारबंद जाब्ता उपलब्ध करायें । राजस्थान पुलिस, राज्य में मचे सियासी घमासान के बीच ऐसी किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है ।