भारत के उस बल्लेबाज की कहानी, जो फैंस की मांग पर लगाता था छक्के, अफगानिस्तान में जन्म, पाक में बीता बचपन

फैंस की मांग पर बड़े हिट्स लगाने वाले सलीम दुर्रानी का करियर भले छोटा रहा हो, लेकिन उन्होने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।

New Delhi, Jul 20 : टीम इंडिया में आज एक से बड़े एक बल्लेबाज और गेंदबाज हैं, कई संन्यास लेकर कोचिंग से कमेंट्री तक में हाथ आजमा रहे हैं, भारतीय टीम में कई ऐसे बल्लेबाज भी हुए, जिन्हें अपनी बल्लेबाजी के लिये आज भी याद किया जाता है, ऐसा ही एक नाम है पूर्व बल्लेबाज सलीम दुर्रानी की, आइये हम आपको इस महान बल्लेबाज के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं।

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अफगानिस्तान में जन्म
भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर सलीम दुर्रानी का जन्म 11 दिसंबर 1934 को अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था, सलीम एक साल के भी नहीं थे, तभी उनका परिवार अफगानिस्तान से कराची शिफ्ट हो गया, लेकिन फिर 1947 में भारत-पाक का बंटवारा हुआ, जिसके बाद सलीम दुर्रानी का भारत में आगमन हो गया।

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दर्शकों की डिमांड पर लगाता था छक्के
भारत आने के बाद दुर्रानी ने 60-70 के दशक में टीम इंडिया के लिये क्रिकेट खेला, अगर आपने सलीम दुर्रानी का नाम सुना होगा, तो ये भी जरुर जानते होंगे, कि ये बल्लेबाज जब मैदान पर उतरता था, तो दर्शकों की मांग पर छक्के लगाता था, जी हां, बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने दर्शकों की मांग पर बड़े हिट्स लगाकर अपने खेल से लोगों को दीवाना बना लिया था।

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मैदान पर लगते थे दुर्रानी के नाम के नारे
फैंस के दिलों में सलीम दुर्रानी ने खास जगह बना ली थी, फैंस उनकी बल्लेबाजी के दीवाने हो गये थे, साल 1973 में इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी, तो कानपुर टेस्ट मैच में सलीम दुर्रानी को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला, जिस पर भारतीय फैंस नाराज हो गये, मैदान पर एक ही नारा सुनाई दे रहा था, नो दुर्रानी नो टेस्ट, इसके साथ ही क्रिकेट फैंस इस स्लोगन को लिखकर भी अपने पसंदीदा खिलाड़ी को सपोर्ट करते नजर आ रहे थे।

छोटा लेकिन आकर्षक करियर
फैंस की मांग पर बड़े हिट्स लगाने वाले सलीम दुर्रानी का करियर भले छोटा रहा हो, लेकिन उन्होने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया, आज टी-20 क्रिकेट के लिये आकर्षण का केन्द्र है, लेकिन उस दौर में भी सलीम टेस्ट में उसी विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करते थे। साल 1960 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होने डेब्यू किया था, उन्होने अपने करियर में 29 टेस्ट मैच खेले, इस दौरान 25.04 के औसत से 1202 रन बनाये, 1 शतक और 7 अर्धशतक के साथ 75 विकेट भी उन्होने अपने नाम किये।

परवीन बॉबी के साथ फिल्म
आपने कई भारतीय सितारों को फिल्म में काम करते देखा होगा, लेकिन ये चलन नया नहीं है, साल 1973 में संन्यास लेने के बाद सलीम दुर्रानी ने परवीन बॉबी के साथ फिल्म किया था, इस फिल्म का नाम था चरित्र, हालांकि ये उनके करियर की पहली और एकमात्र फिल्म साबित हुई।