भारतीय वायुसेना का ‘ब्रह्मास्त्र’ राफेल फाइटर जेट पहुंचा भारत, 10 पॉइंट्स में जानें इसकी खूबियां

लंबे इंतजार के बाद 5 राफेल फाइटर विमान भारत पहुंच चुके हैं, इन्‍हें अंबाला एयरबेस पर रखा गया है । इस सुपरजेट की क्‍या खूबियां हैं आगे पढ़ें ।  

New Delhi, Jul 29: दुनिया का सबसे शक्तिशाली मल्‍टीरोल लड़ाकू विमान राफेल भारत पहुंच चुका है । अंबाला बेस में ये जहाज पहुंच चुके हैं । फ्रांस से इन्‍हें सोमवार को रवाना किया गया था, यूएई में एक ब्रेक स्‍टॉप लेकर आज दोपहर राफेल पहुंच चुके हैं । राफेल का भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होना, देश के रक्षा तंत्र में बहुत बड़ा कदम माना जा रहा है, इस फाइटर जेट के आने से भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना ताकतवर हो जाएगी । पाकिस्‍तान और चीन से निपटने के लिए ये एक बड़ा बदम है ।

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राफेल की खूबियां
आइए आपको बताते हैं राफेल की वो खूबियां जिन्‍हें जानकर दुश्‍मन भारत पर नजर उठाने से भी डरेंगे ।
1. राफेल अत्याधुनिक हथियारों से  लैस है, इस प्लेन के साथ मिटियोर  मिसाइल भी है । इस विमान की फ्यूल क्षमता – 17,000 किलोग्राम है ।
2. अंबाला एयरबेस से चीन की सीमा की दूरी सिर्फ 200 किमी है । यहीं पर, राफेल की 17वीं स्क्वाड्रन गोल्डन एरोज राफेल को रखा जाएगा । इसमें ताकतवर एम 88 इंजन लगा हुआ है ।

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गजब की रफ्तार
3. राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा बताई जा रही है। राफेल एक मिनट में करीब 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है ।  इसकी स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किलोमीटर है ।
4. राफेल फाइटर जेट डीएच यानी कि टू-सीटर और राफेल ईएच यानी कि सिंगल सीटर  दोनों ही ट्विन इंजन, डेल्टा-विंग, सेमी स्टील्थ कैपेबिलिटीज के साथ चौथी जनरेशन का फाइटर जेट है । ये बेहद फुर्तीला है । ये इतना आधुनिक है कि इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है ।

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5. इस फाइटर जेट को रडार में नहीं पकड़ा जा सकता, ये रडार क्रॉस-सेक्शन और इन्फ्रा-रेड सिग्नेचर के साथ डिजाइन किया गया है । जेट में ग्लास कॉकपिट है, कम्प्यूटर सिस्टम है, जो पायलट को कमांड और कंट्रोल करने में मदद करेगा ।
6. राफेल सुपर जेट में एक एडवांस्ड एवियोनिक्स सूट भी है । विमान में लगी रडार, इलेक्‍ट्रोनिक कम्युनिकेटिंग सिस्टम और सेल्फ प्रोटेक्शन इक्विपमेंट की लागत पूरे विमान की कुल कीमत की 30 फीसदी है ।
7. राफेल जेट में आरबीई 2 एए एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे रडार लगा है, ये लो-ऑब्जर्वेशन टारगेट को भी पहचानने में मदद करता है । इसका रडार सिस्टम 100 किमी के दायरे में भी निशाना लगा सकता है ।

8. राफेल में सिंथेटिक अपरचर रडार भी है, ये आसानी से जाम नहीं होता । एक्‍सपर्ट के मुताबिक इसमें लगा स्पेक्ट्रा लंबी दूरी के टारगेट को भी पहचान सकता है ।
9. खतरे की आशंका होगी तो रडार वॉर्निंग रिसीवर, लेजर वॉर्निंग और मिसाइल एप्रोच वॉर्निंग अलर्ट हो जाता है, ये रडार को जाम करने से बचाता है ।
10. राफेल सुपर जेट को माली अफगानिस्तान के अलावा इराक और लीबिया में इस्तेमाल किया जा चुका है । राफेल में भारतीय वायुसेना के हिसाब से फेरबदल किए गए हैं, कह सकते हैं कि इंडियन एयरफोर्स के हिसाब से इसे बिल्कुल सटीक तरीके से तैयार किया गया है ।