भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाया चीन, दक्षिण पैंगोंग में बढा रहा सैनिकों और टैकों की संख्या

29-30 अगस्त की रात को हुई जवाबी कार्रवाई से चीन बौखलाया हुआ है, कहा जा रहा है कि सरकार ने सेना को एक्शन लेने के लिये खुली छूट दे रखी है।

New Delhi, Sep 04 : जम्मू-कश्मीर के लद्दाख स्थित पैगोंग सो झील के पास हुई भारत-चीन की सेनाओं के बीच झड़प के बाद जिस तरह से भारतीय सेना ने चीन के सैनिकों को खदेड़ा है, इसके बाद से चीन सीमा पर अपनी सेना की ताकत को बढाने में जुट गया है, खबर है कि पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी टैंकों और पैदल सैनिकों की संख्या को तेजी से बढाया जा रहा है, चीन अपनी तोपों को वास्तविक नियंत्रण रेखा के आसपास ही तैनात करने में जुटा हुआ है।

Advertisement

सैनिकों की आवाजाही बढ गई
सूत्रों के अनुसार दक्षिणी पैंगोंग में चीन की सीमा के भीतर सैनिकों की आवाजाही बढ गई है, चीन की सीमा में आने वाले मोल्डो से कुछ ही दूरी पर अतिरिक्त टैंक दिखाई दिये हैं, हालांकि चीन सेना की इस हरकत पर भारतीय सेना भी पूरी तरह से नजर बनाये हुए है। मालूम हो कि थाकुंग से लेकर मुकपुरी के पास तक कई चोटियां है, चीन का सैनिक गतिविधि को देखते हुए भारतीय सेना की संख्या भी बढाई जा रही है, बॉर्डर पर अतिरिक्त बलों को तैनात किया जा रहा है, ताकि एलएसी के ऊंचाइयों वाले इलाके में उसकी मौजूदगी और मजबूत हो सके।

Advertisement

भारतीय सेना तैनात
मालूम हो कि गलवान घाटी की घटना के बाद लिपुलेख और मिलम बॉर्डर पर भारी संख्या में सेना और आईटीबीपी के जवानों की तैनाती की गई है, मिलम और लिपुलेख बॉर्डर के चप्पे-चप्पे पर सेना और आईटीबीपी के जवान 24 घंटे निगाह जमाये हुए हैं, ये दोनों इलाके 15 हजार फीट ऊंचाई पर है, लिपुलेख बॉर्डर तक तो बीआरओ ने सड़क बना दी है, लेकिन मिलम तक अभी भी रास्ता पैदल होने के साथ काफी कठिन भी है, सामरिक नजरिये से महत्वपूर्ण बॉर्डर पर लड़ाकू विमानों की मदद से हवाई निगरानी की जा रही है।

Advertisement

भारत की कार्रवाई से बौखलाया है चीन
29-30 अगस्त की रात को हुई जवाबी कार्रवाई से चीन बौखलाया हुआ है, कहा जा रहा है कि सरकार ने सेना को एक्शन लेने के लिये खुली छूट दे रखी है, पिछले करीब 4 महीने से एलएसी पर तनाव बरकरार है, ऐसे में सेना ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है, पहले हमारी सेना आगे बढकर दुश्मनों पर पहला हमला नहीं करती थी, लेकिन अब कहा रहा है कि चीन की हरकतों को देखते हुए नो फर्स्ट मूव की नीति को बदल दिया गया है, चीन पूर्वी लद्दाख में उल्टे भारत पर समझौतों के उल्ल्घन करने का आरोप लगा रही है।