रक्षा मंत्रियों की बैठक के बाद चीन ने दी चेतावनी तो राजनाथ सिंह भी बोले- भ्रम ना पालें जिनपिंग!

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को चेता दिया है कि अगर एलएसी पर ऐसा ही चलता रहा तो भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर हद तक जाने को तैयार है ।

New Delhi, Sep 05: भारत-चीन के बीच चल रहा तनाव दुनिया से छिपा नहीं है, एक ओर भारत चीन को चेतावनी देकर सुधरने का मौका दे रहा है तो वहीं चीन अपनी जिद पर अड़ा है । उसकी चालबाजियां कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं । दोनेां देशों के बीच तनाव के बीच रूस की राजधानी मास्को में शंघाई सहयोग संगठन बैठक में दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की मुलाकात हुई । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां अपने चीनी समकक्ष जनरल वेई फेंघे से कड़े शब्दों में बात की, उन्‍होने कहा कि पूर्वी लद्दाख में तनाव का एकमात्र कारण चीनी सैनिकों का आक्रामक रवैया है ।

Advertisement

चीन को चेतावनी
राजनाथ सिंह ने यहां चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर चीन नहीं माना और ऐसा ही चलता रहा तो भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है । रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में स्‍पष्‍ट रूप से जानकारी दी गई है कि भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बैठक में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे से साफ शब्दों में कहा है कि पूर्वी लद्दाख में जिस तरह के हालात पैदा हुए हैं वह चीनी सैनिकों के आक्रामक व्यवहार और द्विपक्षीय संधियों के उल्लंघन का नतीजा है । चीन के सैनिकों ने सीमा पर बनी यथास्थिति को बदलने की कोशिश की ।

Advertisement

बड़ी संख्‍या में सैनिक कहां से आए
राजनाथ​ सिंह ने चीनी समकक्ष को कहा कि सीमा पर चीन की तरफ से बड़ी संख्या में फौजी भेजे जा रहे हैं । शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से अलग भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई इस बैठक में कहा गया कि भारत, सीमा प्रबंधन के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है और निभाता रहेगा । लेकिन चीन किसी तरह के भ्रम में ना रहे, भारत और भारतीय सेना अपनी संप्रभुता और अखंडता से कभी कोई समझौता नहीं करने वाले । रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि बॉर्डर मैनेजमेंट के प्रति भारतीय सैनिकों का रवैया हमेशा से बहुत जिम्मेदाराना रहा है ।

Advertisement

चीन अपना रवैया बदले
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को नसीहत देते हुए कहा कि अगर वो चाहता है कि भारत से उसके संबंध अच्‍छे रहें तो सीमा पर शांति और स्थिरता लानी होगी । चीन को अपना व्‍यवहार सुधारना होगा । जिससे आपसी मतभेद कभी विवाद का रूप न ले सकें । रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि दोनों देशों की सेनाओं को उनके नेताओं के बीच बनी सहमतियों के अनुसार कदम उठाना चाहिए ।  दोनों तरफ से रिश्‍तों को सुदृढ़ करने के लिए भारत-चीन सीमा पर शांति और स्थिरता जरूरी है ।

चीन ने की ऐसी हरकत
दरअसल भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद अभी थमता नजर नहीं आ रहा है, चीन ने पैंगोंग के दक्षिणी इलाके में भारी मात्रा में टैंकRajnath singh1 और सैनिक तैनात कर दिए हैं । सूत्रों के हवाले से खबर आ रही हैं कि चीन के ये टैंक दक्षिणी पैंगोंग इलाके के मोल्डो के नजदीक तैनात किए गए हैं। हालांकि इस इलाके में चीन की सेना की हर गतिविधि पर भारतीय सेना की नजर है ।