कबाड़ में जाएगी आपकी पुरानी गाड़ी, मोदी सरकार ला रही है ऐसी नई पॉलिसी, जानें डीटेल
अगर आपके पास पुरानी कार है, बाइक है तो ये खबर अभी जान लें । नई वाहन नीति में आपके लिए बहुत कुछ ऐसा है, जो आपके घर में मौजूद गाड़ी से जुड़ा है ।
New Delhi, Sep 07: क्या आपके पास पुरानी गाड़ी है, अगर हां तो ये बहुत जल्द कबाड़ में जाने वाली है । दरअसल मोदी सरकार जल्द ही एक नई वाहन नीति लेकर आ रही है । इस नीति को लेकर पिछले काफी समय से चर्चा चल रही है, लेकिन अब खबर है कि इसको बहुत जल्द लागू किया जा सकता है । केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जानकारी देते हुए बताया है सरकार की ओर से बहुत जल्द यह नीति लाई जाएगी, वाहनों की कबाड़ नीति का प्रस्ताव तैयार हो चुका है । मामले में सभी संबंधित पक्षों ने इस पर राय दे दी है।
केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने दी जानकारी
इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की ओर से बताया गया था कि बहुत जल्द ही सरकार पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने के लिए नई नीति लाने के लिये तैयार है । इस नई नीति के तहत बंदरगाहों के पास रीसाइकलिंग केंद्र बनाये जाएंगे । गडकरी ने आगे बताया था कि पुरानी कारों के साथ ट्रकों और बसों को भी कबाड़ में बदला जएगा।
ऐसी है तैयारी
पुरानी गाडि़यों को कबाड़ में बदलने की तैयारी को लेकर पिछले दिनों ही केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी थी कि सरकार ने देश के बंदरगाहों की गहराई को 18 मीटर बढ़ाने का फैसला किया है। वाहनों को कबाड़ बनाने के लिए बनने वाले रीसाइकलिंग प्लांट बंदरगाहों के पास ही लगाये जा सकते हैं। इस कबाड़ का उपयोग बहुत ही फायदेमंद साबित होगा, ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए ये उपयोगी माना जा रहा है । ये कबाड़ कारों, बसों और ट्रकों की विनिर्माण की लागत को कम करेगा, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारत की प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी ।
आने वाले 5 सालों में उठाए जाएंगे ये कदम
नितिन गड़करी ने आगे बताया कि पांच सालों के भीतर देश में सभी कारों, बसों और ट्रकों का नंबर एक विनिर्माण केंद्र होगा । इसमें सभी तरह के ईंधन, इथेनॉल, मिथेनॉल, बायो-सीएनजी, एलएनजी, इलेक्ट्रिक के साथ-साथ हाइड्रोजन ईंधन सेल भी होंगे।