तुम्हारा पॉलिटिकल करियर खत्म उद्धव ठाकरे, गरजे अर्नब गोस्वामी, तो सुधीर चौधरी ने कही बड़ी बात!
चर्चित टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक भारत पर अपने टीवी शो पूछता है भारत में ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा।
New Delhi, Sep 10 : बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के ऑफिस पर बुल़डोजर चलाने का मामला सियासी रंग ले चुका है, एक तरफ बीजेपी इसल मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर है, तो दूसरी ओर सरकार के सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस भी इसे गैरजरुरी बता रहे हैं, मीडिया इस मामले को लेकर उद्धव सरकार को घेर रही है।
अर्णब ने पूछा सवाल
चर्चित टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक भारत पर अपने टीवी शो पूछता है भारत में ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, असत्य का बुलडोजर सच्चाई का किला नहीं ढहा सकता है, उद्धव ठाकरे जी सुन लीजिए, महाराष्ट्र सरकार ने जो किया है, वो सिर्फ कंगना रनौत के घर पर हमला नहीं है, बल्कि ये सुशांत सिंह राजपूत के लिये इंसाफ मांगने वाले लोगों पर हमला था।
बदले की कार्रवाई
वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने कंगना रनौत के घर पर जो तोड़फोड़ की, वह बीएमसी की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि बदले की कार्रवाई थी, बड़ा घमंड था, कौरवो को अपनी सेना पर लेकिन अकेले भगवान कृष्ण ने सबका घमंड तोड़ दिया, सुशांत के लिये सत्य की मांग को आप बीएमसी और बुलडोजर से नहीं तोड़ पाएंगे उद्धव ठाकरे जी। अर्नब ने आगे बोलते हुए कहा कि एक वीरांगना से बदला लेने के लिये महाराष्ट्र की सरकार इस हद तक गिर गई, सोनिया गांधी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे और मूवी माफिया सब एक हो गये हैं, कंगना पर अटैक किया है इन्होने, उद्धव ठाकरे सुन लो अब तुम सिर्फ चंद हफ्तों के लिये सत्ता में रहने वाले हो, अपनी भड़ास निकाल लो, लेकिन लोगों को भड़ास से डरो।
सुधीर चौधरी ने भी खोला मोर्चा
दूसरी ओर जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी ने भी जी न्यूज पर अपने कार्यक्रम डीएनए में महाराष्ट्र सरकार की जमकर आलोचना की है, उन्होने कहा कि कंगना ने महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस पर सुशांत के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया था, इसके बाद पहले तो शिवसैनिकों ने उनके खिलाफ बयानबाजी शुरु की, उनके खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल किया, फिर बीएमसी ने उनके ऑफिस का एक हिस्सा गिरा दिया। सुधीर चौधरी ने कहा कि आप बीएमसी की फुर्ति देखिये, एक दिन पहले नोटिस भेजा, अगले दिन बुलडोजर चला दिया, आज हम भी ये जरुर कहना चाहेंगे कि महाराष्ट्र की सरकार के लिये शिवसेना के लिये कंगना के ऑफिस का ये मलबा बहुत भारी पड़ेगा।