लॉकडाउन में काम छीना, तो हाथ से लकड़ी का साइकिल बनाने लगा, विदेशों से आ रहे ऑर्डर
धनी राम सग्गू मूल रुप से पंजाब के जिरकपुर के रहने वाले हैं, लॉकडाउन की वजह से उनका काम छीन गया, जिसकी वजह से उन्होने फैसला लिया, कि वो ईको-फ्रेंडली साइकिल बनाएंगे।
New Delhi, Sep 12 : कोरोना काल में लाखों लोगों ने अपना रोजगार गंवा दिया, अब धीरे-धीरे चीजें ट्रैक पर लौट रही है, लेकिन इस मुश्किल समय में एक मामूली कारपेंटर ने आत्मनिर्भर भारत का अद्भुत मिसाल पेश की है, दरअसल ये रिपोर्ट है 40 साल के कारपेंटर धनी राम सग्गू की, जिनके हाथ से बने हुए साइकिल की चर्चा विदेश में हो रही है, आइये आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
लॉकडाउन में छीन गया काम
दरअसल धनी राम सग्गू मूल रुप से पंजाब के जिरकपुर के रहने वाले हैं, लॉकडाउन की वजह से उनका काम छीन गया, जिसकी वजह से उन्होने फैसला लिया, कि वो ईको-फ्रेंडली साइकिल बनाएंगे, उनका ये आइडिया हिट भी हो गया, अब उन्हें कनाडा से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक से ऑर्डर मिल रहे हैं।
काम पर ध्यान देंगे
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सग्गू उन लोगों में से एक हैं, जिनकी नौकरी मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद से चली गई थी, लेकिन उन्होने तय किया, कि वो डिप्रेशन में नहीं जाएंगे, वो अपना ध्यान कुछ नया करने पर लगाएंगे, और उनके नया करने की चाहत ने मिसाल पेश कर दी।
दुकान चलाते हैं
सग्गू एक दुकान चलाते हैं, जिसका नाम है नूर इंटीरियर, ये दरवाजों, कपबोड्स, कोठियों के सेल्व्स के लिये काम करती है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनकी काम पूरी तरह से ठप्प पड़ गया था, वो रोजमर्रा की जरुरतों को भी पूरा नहीं कर पा रहे थे, जिसके बाद उन्होने घर से ही काम शुरु किया।