संजय राउत ने होटल में गुपचुप फडण्वीस से की मुलाकात, बदल गये बोल, कहा मोदी उद्धव के भी नेता
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना को मजबूरी में एनडीए से निकलना पड़ा, अब अकाली दल ने भी ऐसा ही किया है, एनडीए को अब नये साथी मिल गये हैं।
New Delhi, Sep 27 : महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडण्वीस और शिवसेना राज्यसभा सांसद संजय राउत के बीच शनिवार को हुई मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा छिड़ गई है, संजय राउत ने भी फडण्वीस के साथ हुई मुलाकात को लेकर प्रतिक्रिया दी है, उनका कहना है कि ये पहले से ही तय मुलाकात थी, शिवसेना के मुखपत्र सामना को लेकर उन्होने देवेन्द्र फडण्वीस से मुलाकात की, इसके बाद उन्होने कहा कि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, ऐसे में वो उद्धव ठाकरे के नेता हैं, वह हमारे भी नेता हैं।
फडण्वीस से मुलाकात
पूर्व सीएम देवेन्द्र फडण्वीस से मुलाकात को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा कि देवेन्द्र फडण्वीस हमारे दुश्मन नहीं हैं, हमने उनके साथ काम किया है, उसने मेरी मुलाकात सामना को लेकर हुई, इस मुलाकात के बारे में सीएम उद्धव ठाकरे को जानकारी है, हमारी विचारधारा में अंतर है, लेकिन हम एक-दूसरे के दुश्मन नहीं हैं, एनडीए से अकाली दल के अलग होने पर संजय राउत ने कहा कि ये बीजेपी के लिये बड़ा झटका है, उन्होने कहा कि शिवसेना और अकाली दल के बिना एनडीए अपूर्ण है, ये दोनों इसके मजबूत स्तंभ थे।
शिवसेना को मजबूरी में छोड़ना पड़ा एनडीए
राज्यसभा सांसद ने कहा कि शिवसेना को मजबूरी में एनडीए से निकलना पड़ा, अब अकाली दल ने भी ऐसा ही किया है, एनडीए को अब नये साथी मिल गये हैं, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं, जिस गठबंधन में शिवसेना तथा अकाली दल नहीं है, मैं उसे एनडीए नहीं मानता, राउत ने एक होटल में बीजेपी नेता देवेन्द्र फडण्वीस से मुलाकात की थी, संजय राउत पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर बीजेपी विरोधी रुख के लिये सुर्खियों में रहे थे।
राजनीतिक मायने नहीं
महाराष्ट्र बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा कि इस मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं हैं, शिवसेना और बीजेपी ने पिछले साल विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था, लेकिन चुनाव के बाद सत्ता में साझेदारी को लेकर उद्धव ठाकरे ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया, शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।