डिविलियर्स को 6ठें नंबर पर उतारकर फंस गये विराट कोहली, बाद में दी सफाई!

तीन दिन पहले ही एबी डिविलियर्स ने शारजाह के इसी मैदान पर केकेआर के खिलाफ रनों की सुनामी ला दी थी, उन्होने सिर्फ 33 गेंदों में नाबाद 73 रनों की पारी खेली थी।

New Delhi, Oct 16 : आरसीबी यानी विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मिली हार का बदला नहीं ले सकी, दोबारा उनकी टीम को पंजाब से हार का सामना करना पड़ा, गुरुवार को शारजाह में पंजाब ने आरसीबी के 8 विकेट से हरा दिया, इस मैच में हर कोई विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल खड़े कर रहा है, किसी को भी बल्लेबाजी क्रम समझ नहीं आ रहा है, आखिर टी-20 के विस्फोटक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स को 6ठें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये क्यों उतारा गया।

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विराट के फैसले पर सवाल
तीन दिन पहले ही एबी डिविलियर्स ने शारजाह के इसी मैदान पर केकेआर के खिलाफ रनों की सुनामी ला दी थी, उन्होने सिर्फ 33 गेंदों में नाबाद 73 रनों की पारी खेली थी, वो इस मुकाबले में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये आये थे, लेकिन पंजाब के खिलाफ विराट ने उनहें 6ठें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये भेजा, डिविलियर्स 6ठें नंबर पर उस समय बल्लेबाजी के लिये आए, जब आरसीबी का स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 127 रन था, लिहाजा वो सिर्फ 5 गेंदों में 2 रन बनाकर चलते बने, डिविलियर्स 17वें ओवर में बल्लेबाजी के लिये आये, जबकि विराट उन्हें 7वें या 11वें ओवर में बल्लेबाजी के लिये बुला सकते थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं, आईपीएल में 6 साल बाद ये कोई पहला मौका था, जब डिविलियर्स को इतना नीचे बल्लेबाजी के लिये भेजा गया था।

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लेग स्पिनर से डर गये विराट
सवाल ये उठता है कि आखिर विराट कोहली ने ये गलती कैसे कर दी, एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसा प्रतीत होता है कि विराट पंजाब के लेग स्पिनर से डर गये थे, आंकड़ों पर नजर डालें, तो साल 2018 के आईपीएल से लेकर अब तक डिविलियर्स 8 बार और विराट कोहली 6 बार लेग स्पिनर के शिकार हुए हैं, ऐसे में पंजाब ने इस मैच के लिये मुरुगन अश्विन और रवि बिश्नोई को मौका दिया, विराट कोहली पंजाब की इस चाल में फंस गये।

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मैच के बाद सफाई
मैच के बाद विराट कोहली ने अपने फैसले पर सफाई देते हुए कहा कि राइट और लेफ्ट कॉम्बिनेशन को ध्यान में रखकर उन्होने ये फैसला लिया था, Virat Kohli RCB उन्होने कहा कि बाहर से हमें संदेश आया था कि हमें राइट-लेफ्ट कॉम्बिनेशन रखना है, दरअसल उनके पास दो लेग स्पिनर थे, देखिये कई बार आपके फैसले नतीजों में नहीं बदलते हैं, फिर भी 170 से ज्यादा का स्कोर अच्छा था।