6 महीने पहले निर्यात किये जा रहे आलू-प्याज को आयात करने की नौबत, आखिर क्यों बढे 4 गुना दाम?

थोक से लेकर खुदरा बाजार तक प्याज तथा आलू की कीमतों में तेजी ने सबकी परेशानियां बढा दी है, सरकार का कहना है कि इस साल भारी बारिश की वजह से प्याज की कीमतों को नुकसान पहुंचाया है।

New Delhi, Nov 01 : देश भर की मंडियों में आलू-प्याज की कीमत थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, अगर आप एक किलो आलू और एक किलो प्याज लाने बाजार जाएंगे, तो इसके लिये आपको कम से कम 150 रुपये खर्च करने होंगे, देश का एक बड़ा वर्ग सब्जियों के लिये इन्हीं पर सबसे ज्यादा निर्भर रहता है, कृषि एक्सपर्ट्स का मानना है कि बीते कुछ समय में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों के साथ कमाई में गिरावट तथा बढती बेरोजगारी ने परिवारों को गरीबी की ओर धकेल दिया है, सरकार द्वारा राहत के कदम उठाये जाने के बाद इन समस्याओं से निजात मिलना मुश्किल दिख रहा है, दिहाड़ी मजदूरी करने वाले या आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग ही नहीं बल्कि मध्यम वर्ग परिवारों की रसोई पर भी इसका असर साफ दिख रहा है।

Advertisement

4 गुना बढे प्याज के दाम
थोक बाजार से लेकर खुदरा बाजार तक प्याज तथा आलू की कीमतों में तेजी ने सबकी परेशानियां बढा दी है, सरकार का कहना है कि इस साल भारी बारिश की वजह से प्याज की कीमतों को नुकसान पहुंचाया है, जिससे बाजार में आवक कम रही, इसी वजह से कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है, राजधानी दिल्ली में 21 अक्टूबर को आलू 80 रुपये किलो था, जबकि जून में ये 20 रुपये किलो बिक रहा था, इसी प्रकार जून में 30 रुपये किलो बिकने वाला आलू अब 70 रुपये तक पहुंच गया है।

Advertisement

बेरोजगारी में इजाफा
मीडिया रिपोर्ट जानकारों के हवाले से कहा गया है कि जब तक महंगाई बढेगी और कमाई घटेगी तो बेरोजगारी में इजाफा होगा, तब तक आम लोगों को सरकार द्वारा अब तक उठाये गये कदमों का लाभ नहीं मिलेगा। गरीब तथा कमजोर वर्ग को कोरोना संक्रमण के बीच राहत देने के लिये सरकार ने कई तरह के कदम उठाये हैं, केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत इन परिवारों को हर महीने 5 किलो प्रति व्यक्ति अनाज मुफ्त में दे रही है, सरकार की ये योजना नवंबर तक ही है, इसके अलावा आत्मनिर्भर भारत के तहत एसवीएनिधि योजना को लांच किया है, ताकि रेहड़ी पटरी लगाकर कमाई करने वालों को कुछ लाभ मिल सके।

Advertisement

जून तक 8 लाख टन से ज्यादा प्याज का निर्यात
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले तक भारत से प्याज-आलू का निर्यात हो रहा था, अब इसके आयात की जरुरत पड़ रही है, आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल जून तक देश से करीब 8,05,259 टन प्याज का निर्यात हुआ है, मई 2020 तक 1,26,728 टन आलू का निर्यात किया गया है। पिछले सप्ताह ही खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अब तक प्राइवेट व्यापारियों ने 7 हजार टन प्याज का आयात किया है, दिवाली से पहले 25 हजार टन अतिरिक्त प्याज आयात किये जाएंगेस साथ ही उन्होने ये भी बताया कि भूटान से 30 हजार टन आलू भी आयात किया जा रहा है, इससे घरेलू स्तर पर सप्लाई बढाने में मदद मिलेगी और दाम काबू में रहेंगे।