बीजेपी को लग सकता है एक और झटका, एकनाथ खडसे के बाद पंकजा मुंडे भी कह सकती है गुडबाय!

पंकजा मुंडे बीते साल विधानसभा चुनाव हारने के बाद से नाराज चल रही है, एकनाथ खडसे की तरह वह भी अपनी हार के लिये पार्टी के अंदरुनी कलह को जिम्मेदार मानती हैं।

New Delhi, Nov 01 : महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे के एनसीपी में जाने के एक हफ्ते बाद ही जिस तरह से राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने सीएम उद्धव ठाकरे और एनसीपी चीफ शरद पवार की तारीफ की है, उससे इस बात की चर्चाएं शुरु हो गई है, कि वह भी जल्द ही बीजेपी छोड़ सकती है, शिवसेना की ओर से हाल ही में पंकजा मुंडे को पार्टी में शामिल होने का ऑफर भी मिला था, जिसे पंकजा ने सीधे तौर पर खारिज नहीं किया है।

Advertisement

पंकजा के बदले सुर
बीते 22 अक्टूबर को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बाढग्रस्त किसानों के लिये 10 हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी, जिसे बीजेपी ने बेहद कम बताकर सरकार के फैसले की आलोचना की थी, हालांकि 3 दिन बात पंकजा मुंडे ने राहत पैकेज के लिये उद्धव ठाकरे और एनसीपी के मुखिया शरद पवार को बधाई दी है, साथ ही इस फैसले की तारीफ की है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडण्वीस, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, सांसद रावसाहेब दानवे तथा पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने शिवसेना सरकार के राहत पैकेज की आलोचना की, लेकिन पंकजा ने इसकी तारीफ की है।

Advertisement

चुनाव हारने के बाद से नाराज
पंकजा मुंडे बीते साल विधानसभा चुनाव हारने के बाद से नाराज चल रही है, एकनाथ खडसे की तरह वह भी अपनी हार के लिये पार्टी के अंदरुनी कलह को जिम्मेदार मानती हैं, पंकजा ने साल 2009 और 2014 में पर्ली विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन 2019 विधानसभा चुनाव में वो अपने चचेरे भाई धनंजय मुंडे से चुनाव हार गई थी। परली विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई थी, इससे पहले ये रेनापुर विधानसभा सीट थी, जहां से पंकजा के पिता दिवंगत गोपीनाथ मुंडे ने कई बार जीत हासिल की थी।

Advertisement

किसानों की दीवाली मीठी
25 अक्टूबर को बीड जिले के भगवानगढ में वार्षिक दशहरा रैली में बोलते हुए पंकजा ने कहा था कि उन्होने सीएम से अपील की है कि वह राहत पैकेज का ऐलान करके बाढ ग्रस्त किसानों की दीवाली मीठी बना दें, मैं सीएम के राहत पैकेज ऐलान का स्वागत करती हूं, हालांकि उन्होने ये भी कहा कि राहत पैकेज अपर्याप्त है, सीएम को और उदार होना चाहिये। आपको बता दें कि पंकजा ने बीते दिनों गन्ना किसानों के मुद्दे को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात भी की थी, इसके अलावा वह एनसीपी चीफ शरद पवार से भी मिल चुकी हैं, शरद पवार से मुलाकात के बाद पंकजा ने उनकी तारीफ भी की थी। दशहरा रैली के दौरान पंकजा ने उद्धव ठाकरे का नाम तीन बार और शरद पवार का नाम दो बार लिया, लेकिन पूर्व सीएम फडण्वीस या किसी दूसरे बीजेपी नेता के नाम का भी जिक्र नहीं किया।