चाणक्य समेत जहां दिग्‍गजों के सर्वे हुए फेल, वहीं बिहार चुनाव पर सबसे सटीक निकला इनका सर्वे

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए लगभग सारे सर्वे इस बार धड़ाम हो गए, केवल एक ही एजेंसी ऐसी रही जिसके नतीजे चुनाव परिणाम के करीब रहे ।

New Delhi, Nov 11: अकसर चुनाव नतीजों के बाद आने वाले सर्वे सटीक साबित होते हैं, नतीजे इन सर्वे में आए आंकड़ों के आसपास ही निकलते हैं । लेकिन इस बार के बिहार चुनाव के एक्जिट पोल के नतीजे परिणाम से दूर-दूर तक मेल नहीं खाए । लगभग सारे एग्जिट पोल में तेजस्‍वी यादव बहुमत के साथ जीतते नजर आ रहे थे, वहीं नतीजों में महागठबंधन बहुमत से काफी दूर ही नजर आया । इस बार के चुनाव में महागठबंधन को एनडीए से ज्‍यादा मजबूत माना जा रहा था और सर्वे भी कुछ ऐसी ही कहानी कह कह रहे थे । 5 बड़ी एजेंसियों के एग्जिट पोल की तुलना में केवल एक ही नतीजों के आस-पास रही ।

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एबीपी-सीवोटर का एग्जिट पोल
इंडिया टीवी, न्‍यूज 24, आज तक, रिपब्लिक और एबीपी इन 5 न्‍यूज चैनलों में दिखाए गए एग्जिट पोल के नतीजों की तुलना करें तो 4 एजेंसियों ने आरजेडी को बहुमत दिया था। जबकि एनडीए को दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बताया था। जबकि केवल एक एबीपी के सर्वे में आंकड़े सुरक्षित तरीके से पेश किए गए । चुनाव नतीजे एबीपी-सी वोटर के सर्वे की रेंज में फिट तो हुए लेकिन इसे बहुत ही करीबी मामला नहीं कहा जा सकता ।  सर्वे में एनडीए को 104-128, महागठबंधन को 108-131 सीटें जीतने का अनुमान लगाया था। एनडीए को 125 सीटें मिली हैं जबकि महागठबंधन 110 सीटें जीत पाई है ।

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2015 में भी एक्जिट पोल साबित हुआ था गलत 
इससे पहले साल 2015 में भी एग्जिट पोल के नतीजे गलत साबित हुए थे, 2015 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 53 सीटें मिली थीं । एग्जिट पोल में भारी-भरकम दावे के साथ भाजपा के खाते में तमाम न्‍यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने काफी सीटें दी थीं । 2015 के सर्वे में बीजेपी को आज तक- इंडिया टूडे ने 120, एबीपी न्‍यूज ने 130, टूडे चाणक्‍या ने 155, टाइम्‍स नाऊ ने 111 सीटों पर जीत का अनुमान लगाया था। इस बार के एक्जिट पोल में लगभग सभी न्‍यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने तेजस्‍वी यादव की अगुआई वाले महागठबंधन की बढ़त दिखाई थी ।

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डीयू का सर्वे रहा करीब
वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय के विकासशील राज्य शोध केंद्र व राजनीति विज्ञान विभाग का संयुक्त सर्वे भी बिहार चुनाव परिणाम के बेहद करीब रहा । डीयू की शोध संस्था ने इस सर्वे में बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाया था, जो कि सटीक निकला । डीयू के इस सर्वे में एनडीए को कुल 44.95 फीसदी मत मिलने की संभावना के साथ 129 सीटें दी गई थीं। जो कि मिली जीत 125 का एक करीबी आंकड़ा रहा । वहीं तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 106 सीट मिलने की संभावना जताई गई थी और उसे 38.04 फीसदी मत मिलने की संभावना दर्शायी गई थी । यह आंकड़ा भी सटीक ही रहा । आपको बता दें इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी डीयू का सर्वे करीब-करीब सही निकला था।