‘लव जिहाद’ पर बोले Naseeruddin Shah, कहा ‘तमाशा’; रत्ना पाठक से शादी को लेकर भी खुलासा

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने एक बार फिर अपनी बेबाक राय रखी है , इस बार उन्‍होंने लव जिहाद को लेकर अपनी राय रखी है ।  

New Delhi, Jan 18: दिग्‍गज अभिनेता नसीरूद्दीन शाह फिल्मों साथ – साथ अपने बेबाक बयान के चलते भी चर्चा में रहते हैं । नसीरुद्दीन हर मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखने में यकीन रखते हैं, हालांकि इसकी वजह से एक्‍टर को कई बार दिक्‍कतों का भी सामना करना पड़ता है । सोशल मीडिया पर उन्‍हे अपने कई बयानों के कारण ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा है, लेकिन बावजूद इसके वो अपने बयान से कभी पीछे नहीं हटते।

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लव जिहाद पर रखी अपनी राय
नसीरुद्दीन शाह अब ने देश में चल रहे सबसे चर्चित मुद्दों में से एक ‘लव जिहाद’ को लेकर बयान दिया है। शाह ने खुद भी एक हिंदू एक्‍ट्रेस से शादी की है, उनकी और रत्‍ना पाठक शाह की शादी को लंबा समय गुजर चुका है, दोनों ही एक साथ खुशहाल जीवन बिता रहे है । एक्टर ने लव जिहाद पर बात करते हुए इस मुद्दे को तमाशा बताया, उन्‍होंने ये भी कहा कि शादी के बाद धर्म परिवर्तन करवाना गलत है।

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दूरियां लाने के लिए खड़ा किया गया मुद्दा : शाह
एक निजी चैनल को दिए इंटरव्‍यू में एक्टर ने कहा कि-  ‘लव जिहाद का मुद्दा देश में हिंदू-मुसलमान के बीच दूरियां लाने के लिए खड़ा किया गया है’। उन्‍होंने कहा कि देश में -‘लव जिहाद के नाम पर हिंदू और मुसलमानों को बांटा जा रहा है जैसे यूपी में लव जिहाद का तमाशा। मुझे इससे बहुत नाराज़गी है। पहली बात जिन लोगों ने ये शब्द उठाया है ‘लव जिहाद’ उन्हें जिहाद का मतलब तक नहीं पता। मुझे समझ में नहीं आता कि लोग इतने बेवकूफ कैसे हो सकते हैं कि ये सोच लें कि मुसलमान, हिंदुओं की संख्या पर हावी हो जाएंगे। मुस्लिमों की जनसंख्या हिंदुओं से ज्यादा हो जाएगी। इसके लिए मुस्लिम्स को ढेरा सारे बच्चे पैदा करने होंगे’।

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रत्‍ना से शादी का किस्‍सा किया शेयर
नसीरुद्दीन शाह ने रत्ना पाठक से शादी के समय का किस्‍सा भी शेयर किया । नसीर ने बताया कि तब उनकी मां ने उनसे पूछा था कि क्या वो अब रतना का धर्म परिवर्तन करवाएंगे? इसके जवाब में एक्टर ने इनकार कर दिया था। नसीर ने बताया कि- ‘मेरी मां पढ़ी लिखी नहीं थी वो एक रूढ़ीवादी परिवार से आती थी। पांचे वक्त की नमाज़ पढ़ती थी और रोज़े रखती थीं लेकिन फिर भी वो उस ज़माने धर्म परिवर्तन के खिलाफ थीं’। शाह ने बताया कि उन्‍होंने अपने बच्चों को हर धर्म के बारे में शिक्षा दी है, कभी उन्‍हें ये नहीं कहा कि वो सिर्फ एक ही धर्म को फॉलो करें।