राजस्थान में अब तक की सबसे बड़ी IT रेड, सुरंग में मिले 17 बोरे, 1400 करोड़ की अघोषित आय का भंडाफोड़

देश की तीसरी सबसे बड़ी इनकम टैक्‍स की रेड शहर के तीन बड़े कारोबारी समूहों पर हुई है, इस कार्रवाई में कुल 1400 करोड़ रुपए की अघोषित आय उजागर हुई है।

New Delhi, Jan 23: आयकर विभाग की ओर से राजस्‍थान में दो बिल्डर और एक ज्वेलरी समूह पर छापेमारी की गई, इस रेड में अधिकारियों को जो कुछ मिला वो हैरान करने वाला रहा । करोड़ों में अघोषित आय का पर्दाफाश हुआ है । यहां एक बिल्डर के मानसरोवर स्थित कार्यालय के बेसमेंट में बहुत बड़ी संख्‍या में गुलाबी रंग की पोटलियां मिली हैं, इन सभी में प्रॉपर्टी निवेश की बेनामी संपत्तियों के खरीदी संबंधी दस्तावेज मिले है । जबकि ज्वैलरी व्यवसायी के घर पर आयकर विभाग के अधिकारियों को एक सुरंग मिली है, जिसमें 17 बोरे आर्ट ज्वेलरी व एंटीक सामान के साथ लेनदेन व संपत्तियों के दस्तावेज मिले है। इस व्यवसायी के यहां से करीब 550 करोड़ रुपए के अघोषित लेनदेन का पता चला है।

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ब्‍याज से कमाई
जांच पड़ताल में करीब सवा सौ करोड़ रुपए का लोन बाजार में देकर ब्याज के रूप में बड़ा मुनाफा कमाने की बात सामने आई है। यहां हर आइटम पर अल्फा-न्यूमेरिक सीक्रेट कोड में असल बिक्री मूल्य लिखा था। आई टी की टीमें  कोड को फ्रैक करने पर काम कर रही है। वहीं सुरंग से दो हार्ड-डिस्क और पेन-ड्राइव भी मिलीं हैं, जिनमें कोडित रूप में विभिन्न वस्तुओं का विवरण दिया हुआ है । इस ज्‍वैलर्स ग्रुप ने कई लोगों को बेहिसाब नकद उधार दिया हुआ था। उसी पर बेहिसाब ब्याज भी कमाया है।

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अघोषित लेनदेन
वहीं शहर के एक प्रमुख बिल्डर और कॉलोनाइजर से आयकर पड़ताल में बेहिसाब रसीदें, अघोषित संपत्तियों की डिटेल, नकद ऋण और एडवांस के अलावा लेनदेन का रिकार्ड जब्त किया गया। समूह का कुल बेहिसाब लेनदेन 650 करोड़ रुपए के आसपास विभाग द्वारा आंका गया है। वहीं तीसरा समूह जयपुर के एक बिल्डर और डेवलपर है, ये फार्म हाउस, टाउनशिप और आवासीय एन्क्लेव डवपलमेंट में लगा है।

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फर्जी आंकड़े, बैंलेंस शीट
सर्च ऑपरेशन से पता चला है कि इस ग्रुप ने एयरपोर्ट प्लाजा में एक रियल-एस्टेट परियोजना को संभाला था। जहां केवल खाते की पुस्तकों में 1 लाख दर्शाया था, लेकिन परियोजना से संबंधित बैलेंस शीट में 133 करोड़ रुपए के लेनदेन का पता चला है । रेड में अब तक 25 करोड़ रुपए के कुल बेहिसाब लेनदेन का पता चला है।