किसके इशारे पर हुई थी लालकिले पर हिंसा, राकेश टिकैत ने कहा शाहीनबाग ना बनाएं!

किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये सरकार है और बिल वापस ना हो, इसलिये चीजों को उलझाना चाहती है।

New Delhi, Feb 11 : 26 जनवरी को लालकिले में हुई हिंसा और धार्मिक झंडा फहराने के मामले में मुख्य आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है, दिल्ली पुलिस ने दीप समेत 4 लोगों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम रखा था, ये सभी लालकिले के अंदर उपद्रव करने, धार्मिक झंडा फहराने और लोगों को उकसाने के आरोपी थे, इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ये बताए किसके इशारे पर लालकिले में हिंसा हुई थी, साथ ही उन्होने ये भी कहा कि इसक आंदोलन को शाहीनबाग ना बनाया जाए।

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सरकार उलझाना चाहती है
किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये सरकार है और बिल वापस ना हो, इसलिये चीजों को उलझाना चाहती है, हमारा सवाल फसलों के रेट का है, तीन बिल को लेकर है, दीप के मामले को इतना तूल ना दिया जाए, सरकार इन तीन बिलों को वापस ले ले और एमएसपी पर कानून बना दे, इसी से हम किसानों का भला हो जाएगा, साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि 1988 में महेन्द्र सिंह टिकैत दिल्ली में आंदोलन के लिये आये थे, लेकिन कोई संसद भवन नहीं जा पाया, किसी से शाम 7 बजे बयान दिलवाया जाता है कि वो 13 घंटे बाद लालकिला पहुंच जाता है, कौन लेकर गया, किसने रास्ते दिये, ये जांच का विषय है, इसके अलावा राकेश टिकैत ने कहा कि व्यापारी प्राथमिक हो गया और हमारा तिरंगा झंडा दूसरे स्थान पर हो गया, ये इस देश में नहीं चलेगा।

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हिंसा सरकार करवा सकती है
राकेश टिकैत ने ये भी कहा कि हिंसा सरकार ही करवा सकती है, क्योंकि ये उनके ही एजेंडे में बोते हैं, ये तो चक्रव्यूह में किसान फंसा नहीं, वो जो राजनीति इस देश में करना चाहते हैं, उन्हें नहीं करना चाहिये, rakesh 2 ये किसानों का आंदोलन हैं और इसे शाहीनबाग ना बनाया जाए और ना ही इससे तुलना की जाए, बिना कानून वापस हुए कोई यहां से वापस नहीं जाएंगे, साथ ही उन्होने कहा कि जिस तरह से शाहीन बाग के लोगों को उठवाया गया, वैसे ही सरकार किसानों को भी उठवाना चाहती है, इसके अलावा टिकैत ने कहा कि जो पत्थरबाज शाहीनबाग गये थे, वो ही यहां भी आये थे।

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दीप सिद्धू गिरफ्तार
लालकिले पर धार्मिक झंडा फहराने तथा हिंसा के लिये लोगों को उकसाने के आरोपी दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू के खिलाफ देशद्रोह और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया था, दीप सिद्धू को पकड़ने के लिये पंजाब और दिल्ली में कई जगहों पर छापेमारी की गई थी, 26 जनवरी की घटना के मामले में पुलिस ने 44 एफआईआर दर्ज की है, और अब तक 127 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।