ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट लीक होने से डर गई थी दिशा रवि, उसी ने करवाया था डिलीट, नया दावा!

पुलिस टीम ने ये भी दावा किया है कि दिशा ने ग्रेटा थनबर्ग से अपने पोस्ट को डिलीट करने के लिये कहा था क्योंकि उस डॉक्यूमेंट में उनके नाम का जिक्र था।

New Delhi, Feb 16 : ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद लगातार नये-नये खुलासे हो रहे हैं, दिल्ली पुलिस टीम ने दावा किया है, कि जब ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से टूलकिट लीक किया तो दिशा बेहद डर गई, उन्होने ही ग्रेटा को टूलकिट डिलीट करने को कहा था, इस घटना के तुरंत बाद दिशा किसी वकील से मिलना चाहती थी, दरअसल उन्हें इस बात का डर था कि पुलिस य़ूएपीए कानून के तहत उन पर कार्रवाई कर सकती है, दिशा इन दिनों 5 दिनों से पुलिस रिमांड में है, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उन्हें बंगलुरु से गिरफ्तार किया था, उन पर आरोप है कि दिशा रवि ने किसानों से जुड़ी टूलकिट को एडिट किया, उसमें कई चीजें जोड़ी और उसको आगे भेजा था।

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पुलिस का दावा
पुलिस टीम ने ये भी दावा किया है कि दिशा ने ग्रेटा थनबर्ग से अपने पोस्ट को डिलीट करने के लिये कहा था क्योंकि उस डॉक्यूमेंट में उनके नाम का जिक्र था, पुलिस ने दावा किया, कि ग्रेटा ने दिशा के अनुरोध के बाद कथित तौर पर ट्वीट को हटा दिया और बाद में उसे एडिट करने के बाद शेयर किया।

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क्या बातचीत हुई
पुलिस सूत्रों का दावा है कि दिशा ने टेलीग्राम पर ग्रेटा थनबर्ग को लिखा, ठीक है, क्या ऐसा हो सकता है कि आप टूलकिट को पूरी तरह ट्वीट ना करें, delhi police constable क्या हम थोड़ी देर के लिये रुक सकते हैं, मैं वकीलों से बात करने वाली हूं, सॉरी लेकिन उस पर हमारे नाम हैं और हमारे खिलाफ यूएपीए के तहत कार्रवाई हो सकती है।

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दो और की तलाश
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि टूलकिट बनाने के मामले में दिशा रवि के साथ मुंबई की एक वकील और बीड का एक इंजीनियर भी शामिल है, वकील निकिता जैकब और इंजीनियर शांतनु मुलुक के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किये गये हैं, दोनों फिलहाल फरार हैं।